उत्तराखंड

ब्रेकिंग न्यूज़- जानिए आखिर क्यों है मुख़्यमंत्री तीरथ की कुर्सी को खतरा..

ब्रेकिंग न्यूज़- जानिए आखिर क्यों है मुख़्यमंत्री तीरथ की कुर्सी को खतरा..

उत्तराखण्ड: वर्तमान मुख़्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की कुर्सी को आखिर क्यों है खतरा। आपको बता दे कि पिछले महीने 05 मई को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रेस नोट के माध्यम से कहा कि कोरोना महामारी के चलते फिलहाल अभी उपचुनाव नहीं करवाये जा सकते । ऐसे में स्वभाविक तौर पर उत्तराखण्ड में मुख़्यमंत्री तीरथ रॉवत को भी मुख़्यमंत्री बने रहने के लिए 10 सितंबर तक विधानसभा चुनकर आना होगा। संविधान के अनुच्छेद 164 (4) में यह प्रावधान है कि मुख्यमंत्री बनने के लिए 06 महीने के भीतर विधानसभा की सदस्यता लेनी अनिवार्य है यदि ऐसा नही हो पाता है तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा।

 

अगर बात करें उत्तराखण्ड में वर्तमान परिपेक्ष्य की तो सितंबर 10 तक चुनाव जीतकर आने की चुनौती तीरथ रावत के सामने हैं। ऐसे में अगस्त महीने में हर हाल में वोटिंग करवानी अनिवार्य होगी। वहीं कोविड की स्थिति देखें तो मामले हालांकि धीरे धीरे कम हो रहे हैं पर जून अंत तक सरकार हर तरह के एहतियात बरतना चाहती है। जुलाई महीने में बरसात का सीजन शुरू होने से आये दिन उत्तराखण्ड में आपदाएं भी आती रहती हैं। ऐसे में चुनाव आयोग क्या ऐसे में दो सीटों पर उपचुनाव करवा पायेगा ये भी बड़ा सवाल है । वर्तमान में अब गंगोत्री व हल्द्वानी दो सीटों का विकल्प तीरथ रावत के पास मौजूद है। अब सारा दारोमदार चुनाव आयोग के ऊपर है कि इतने कम समय मे कोविड औऱ बरसात की चुनौती के बीच आयोग अगस्त माह में चुनाव करवा पायेगा या नहीं।

 

यदि सितंबर 10 तक मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत चुनाव जीतकर नही आते हैं तो ऐसे में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना होगा उसके बाद भाजपा के पास दो ही विकल्प रहते हैं या तो किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाये या समय से पहले विधानसभा भंग करके राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाय। ऐसे में सम्भवनायें ये भी जताई जा रही है कि लॉक डाउन खत्म होने के तुरन्त बाद भी चुनाव हो सकते हैं औऱ यदि कोविड औऱ बरसात अथवा आपदा का प्रकोप बना रहा तो सितंबर 10 तक मुख्यमंत्री के लिए चुनाव जीतकर आना भी मुश्किल हो सकता है।

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