केदारनाथ में टूटा तीर्थ यात्रियों की मौत का 10 साल का रिकार्ड..
चारों धामों में अब तक कुल 164 तीर्थ यात्रियों की मौत..
2 साल कोरोना महामारी होने के बाद भी चारधाम यात्रा अपने चरम बनी हुई हैं। देश-विदेश से श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं। लेकिन चारों धामों में तीर्थयात्रियों की मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा हैं।
उत्तराखंड: 2 साल कोरोना महामारी होने के बाद भी चारधाम यात्रा अपने चरम बनी हुई हैं। देश-विदेश से श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं। लेकिन चारों धामों में तीर्थयात्रियों की मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा अब तक के इतिहास में सबसे अधिक हो गया है।
आपको बता दे कि केदारनाथ में वर्ष 2012 में 72 यात्रियों की मौत हुई थी, यह आकंडा छह महीने के दौरान संचालित हुई केदारनाथ यात्रा का है। लेकिन इस साल मात्र एक महीने व एक सप्ताह की यात्रा में ही मरने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 75 पहुंच गई है। वही चारों धामों में अब तक 164 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बीके शुक्ला का कहना हैं कि श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य खराब होने पर स्वास्थ्य विभाग तत्परता से स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए उपचार कर रहा है। इसके लिए लिए यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक डाक्टरों की तैनाती की गई है, जिसमें ओपीडी के माध्यम से श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया जा रहा है।
डा. बीके शुक्ला का कहना हैं कि रविवार को कुल 1767 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार कराया गया, जिसमें 1366 पुरुष तथा 401 महिलाएं शामिल हैं। अब तक ओपीडी के माध्यम से 72636 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है। जिसमें 52334 पुरुष तथा 20302 महिला शामिल हैं साथ ही रविवार को100 यात्रियों को आक्सीजन उपलब्ध कराया गया। बता दे कि अब तक 3425 यात्रियों को आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है।