देश के लाखों किसानों को अब मिलेगी 36,000 रुपये पेंशन..
देश-विदेश: देश के 21,19,316 किसानों ने अपना बुढ़ापा सुरक्षित करवा लिया हैं। इतने अन्नदाताओं ने किसान में अपना रजिस्ट्रेशन करवा लिया हैं। केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार पीएम किसान योजना के लाभार्थियों के लिए इस पेंशन का लाभ लेना और आसान हैं। क्योंकि उनके लिए यह फ्री के समान हैं। ऐसे किसानों की जेब से इस स्कीम का प्रीमियम नहीं कटेगा। बल्कि सरकार जो सालाना 6000 रुपये दे रही है उसमें से ऑटोमेटिक पैसा कट जाएगा। बस इसके लिए किसान को विकल्प चुनना पड़ेगा।
इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 सितंबर 2019 को झारखंड से की थी। लेकिन इसके तहत 9 अगस्त को ही रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया था। इसका नाम प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना हैं। जो किसानों को समर्पित सबसे बड़ी पेंशन स्कीम हैं। इसमें शामिल लोगों को 60 साल की उम्र पूरी करने पर 3000 रुपये महीने पेंशन मिलेगी।
प्रधानमंत्री किसान मानधन के सबसे बड़ा लाभार्थी हरियाणा हैं। जबकि जनसंख्या में यह काफी छोटा हैं। किसानों की जागरूकता की वजह से यहां लगभग सवा चार लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं। यहां पर कुल 17 लाख किसान परिवार हैं। इसने उत्तर प्रदेश को भी पीछे छोड़ दिया हैं। इसके मुकाबले राजस्थान और पंजाब में पेंशन स्कीम चुनने वाले किसानों की संख्या काफी कम हैं। राजस्थान में सिर्फ 35,617 और पंजाब में मात्र 12,639 किसानों ने इस स्कीम में पंजीकरण करवाया हैं। पश्चिम बंगाल में महज 4032 लोगों ने इसे चुना है, जबकि यहां 70 लाख किसान परिवार हैं।
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी बातें..
पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर रजिस्ट्रेशन होगा।
आधार कार्ड देना सबके लिए जरूरी हैं।
अगर आपको पीएम किसान स्कीम का लाभ नहीं मिल रहा तो खसरा-खतौनी की नकल लगेगी।
2 फोटो और बैंक की पासबुक की भी जरूरत होगी।
रजिस्ट्रेशन के दौरान किसान पेंशन यूनिक नंबर और पेंशन कार्ड बनाया जायेगा।
किसानों के लिए बड़े काम की है यह स्कीम।
आधा प्रीमियम दे रही है सरकार..
तो आप भी देर न करिए, क्योंकि इसमें आपको कोई नुकसान नहीं है. आधा प्रीमियम मोदी सरकार दे रही है, आधा ही आपको देना हैं। जब चाहे तब आप इस स्कीम से बाहर भी आ सकते हैं। उसका पैसा नहीं डूबेगा। उसके स्कीम छोड़ने तक जो पैसे जमा किए होंगे उस पर बैंकों के सेविंग अकाउंट के बराबर का ब्याज मिलेगा।
5 करोड़ किसानों को लाभ देने का टारगेट..
इस पेंशन स्कीम के तहत पहले चरण में 5 करोड़ किसानों को 60 साल होने के बाद 3000 रुपये बतौर पेंशन दी जाएगी। सरकार ने इसका लाभ सभी 12 करोड़ लघु एवं सीमांत किसानों को देने का प्लान बनाया है। लघु एवं सीमांत किसान वे हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की कृषि योग्य जमीन है।
न्यूनतम प्रीमियम 55 और अधिकतम 200 रुपये..
अगर पॉलिसी होल्डर किसान की मौत हो गई, तो उसकी पत्नी को 50 फीसदी रकम मिलती रहेगी। यह 1500 रुपए प्रति माह होगा। भारतीय जीवन बीमा निगम किसानों के पेंशन फंड को मैनेज करेगा। इसका न्यूनतम प्रीमियम 55 और अधिकतम 200 रुपये है। अगर बीच में कोई पॉलिसी छोड़ना चाहता है तो जमा राशि और ब्याज उस किसान को मिल जाएगी।