बकरियों को बचाने के लिए गुलदार से भिड़ा युवक, गुलदार की मौत..
पिथौरागढ़ जिले के नैनी सैनी क्षेत्र का है मामला..
उत्तराखंड: प्रदेश का कोई जिला ऐसा नहीं बचा है जहां गुलदार का आतंक देखने को नहीं मिल रहा हो। पहाड़ो में गुलदार की धमक लंबे समय से हैं। गुलदार हल्द्वानी, पिथौरागढ़, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा हर जगह इंसानी जिंदगी के साथ ही मवेशियों को भी निशाना बनाने की कोशिश कर चुका हैं। पहाड़ी इलाकों में गुलदार का आतंक इतना बढ़ गया है कि वन विभाग को इस खूंखार जानवर से बचने के लिए लोगों को उपाय बताने पड़ रहे हैं।
लेकिन ऐसे कम मामले ही सामने आते है जब शिकार के दौरान खुद गुलदार की मौत हो जाय। मामला पिथौरागढ़ जिले के नैनी सैनी क्षेत्र का है। जहाँ एक ग्रामीण ने गुलदार को मार दिया। जानकारी के अनुसार नैनी सैनी निवासी नरेश सिंह सौन घर से लगभग 20 मीटर दूरी पर बकरियों को चरा रहा था। तभी एक गुलदार ने एक बकरी पर झपट्टा मारा। नरेश सिंह बकरी को बचाने गया तो गुलदार ने उस पर ही हमला कर दिया। लेकिन नरेंद्र सिंह गुलदार के साथ भिड़ गया। दोनों में गुत्थमगुत्था हुई। इस दौरान नरेश सिंह के हाथ में दराती थी और उसने दराती से गुलदार पर प्रहार किया। दराती के वार से गुलदार की मौत हो गई।
घटना की सूचना वन विभाग को दी गई। सूचना पर वन रेंजर दिनेश जोशी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। जहां पर गुलदार का शव कब्जे में लिया। नरेंद्र सिंह सहित यह सब देख रहे ग्रामीणों के बयान लिए गए। वन रेंजर दिनेश जोशी का कहना हैं कि मामला आत्मरक्षा का साबित हुआ। गुलदार से बचाव के लिए नरेंद्र सिंह ने दराती से उस पर वार किये जिसके चलते गुलदार की जान चली गई। गुलदार के शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया है। आत्मरक्षा का मामला होने के कारण किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं की गई है।