उत्तराखंड

टिहरी झील के लिए नई सौगात लेकर आ रहा नया साल..

टिहरी झील के लिए नई सौगात लेकर आ रहा नया साल..

उत्तराखंड: नया साल जनवरी 2021 टिहरी झील सहित जिले के लिए नई उम्मीदें लेकर आ रहा है। पर्यटन को प्रोत्साहन देने के लिए ली- रॉय कंपनी टिहरी झील में फ्लोटिंग हट्स, फ्लोटिंग मरीना, बार्ज बोट और थ्री स्टार टिहरी लेक रिजॉर्ट का संचालन शुरू करेगी। इसके एवज में कंपनी प्रत्येक वर्ष सरकार को सवा करोड़ का राजस्व देगी।

झील क्षेत्र में करोड़ों की लागत से बनी इन योजनाओं के धरातल पर उतरने से टिहरी को पर्यटन के क्षेत्र में नई पहचान मिलेगी। देश-विदेश से सैलानी झील में रोमांच का सफर करने टिहरी पहुंचेंगे। पर्यटकों को टिहरी झील का दीदार कराने के लिए ली-रॉय कंपनी ने टूर पैकेज भी तैयार किया है।42 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली टिहरी बांध की झील को संवारने के लिए कोटी कालोनी में 20 करोड़ की लागत से साहसिक खेल अकादमी का निर्माण किया गया है।

 

 

झील का दीदार करने को आने वाले सैलानियों के लिए झील में फ्लोटिंग मरीना (चलता-फिरता रेस्टोरेंट), पर्यटकों को ठहरने को 20 फ्लोटिंग हट्स, बांध प्रभावितों को आरपार जाने को बार्ज बोट और थ्री स्टार टिहरी लेक रिजॉर्ट का निर्माण वर्ष 2015-16 में करवाया था, लेकिन इन योजनाओं के संचालन के लिए सरकार को पीपीपी मोड पर पार्टनर नहीं मिल पा रहा था। वर्ष 2017 में सरकार ने वैकल्पिक तौर पर फ्लोटिंग हट्स, रिजॉर्ट को गढ़वाल मंडल विकास निगम दिया था। बावजूद बार्ज बोट, फ्लोटिंग मरीना संचालन के इंतजार में झील किनारे खड़े हैं।

चार साल इंतजार के बाद अब सरकार ने दिल्ली की ली-रॉय कंपनी को फ्लोटिंग हट्स, फ्लोटिंग मरीना, बार्ज बोट और थ्री स्टार टिहरी लेक रिजॉट पीपीपी मोड पर 30 साल की लीज पर दे दिया है।ली-रॉय कंपनी ने करोड़ों की लागत से तैयार इन परिसंपत्तियों को हैंडओवर लेकर उनकी साज सज्जा की तैयारी शुरू कर दी है। ली-रॉय कंपनी प्रत्येक वर्ष सरकार को सवा करोड़ का राजस्व देगा। साथ ही प्रत्येक वर्ष इस धनराशि में पांच फीसदी की वृद्धि भी की जाएगी।

 

 

जनवरी के तृतीय सप्ताह से कंपनी टिहरी झील में फ्लोटिंग हट्स, फ्लोटिंग मरीना, बार्ज बोट और थ्री स्टार टिहरी लेक रिजॉट का संचालन विधिवत शुरू कर देगी। कंपनी बार्ज बोट का उपयोग किस कार्य के लिए करेगी। इस पर अभी निर्णय लिया जाना है। सवा करोड़ का राजस्व कंपनी प्रति वर्ष सरकार को देगी।

14 टन है बार्ज बोट की क्षमता

टिहरी झील में साढ़े चार करोड़ की लागत से बने बार्ज बोट की क्षमता 14 टन है। इसमें कार और ट्रक भी झील के आरपार ले जाए जा सकते हैं। बार्ज पर 130 हार्स पावर के दो इंजन लगे हुए हैं। तत्कालीन समय में बार्ज बोट झील के आरपार बसे गांवों में वाहन ले जाने के लिए बनाया गया था, लेकिन बीते 8 नवंबर को डोबरा-चांठी पुल का लोकार्पण होने के बाद वाहनों का संचालन अब पुल से हो रहा है। ऐसे में ली-रॉय कंपनी बार्ज बोट का क्या उपयोग करेगी इस पर अभी संशय बना हुआ है।

 

 

ढाई करोड़ की लागत से टिहरी झील में उतारी गई फ्लोटिंग मरीना (चलता-फिरता रेस्टोरेंट) में 16 मई 2018 को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में दो घंटे तक कैबिनेट बैठक भी आयोजित की गई थी। 7 मई 2019 को टिहरी झील का जलस्तर कम होने से फ्लोटिंग मरीना का एक हिस्सा टेढ़ा होकर झील में डूब गया था, जिसे बाद में लोनिवि के इंजीनियरों की टीम ने झील से बाहर निकाला था।

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