उत्तराखंड

चारधाम यात्रा के साथ अब श्रद्धालु रख सकेंगे अपनी सेहत का ख्याल..

चारधाम यात्रा के साथ अब श्रद्धालु रख सकेंगे अपनी सेहत का ख्याल..

पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत 230 वेलनेस सेंटर को मंजूरी..

 

 

 

 

 

 

 

चारधाम यात्रा में पर्यटकों की संख्या में रिकार्ड बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के लिए 230 नए आयुर्वेदिक वेलनेस सेंटर मंजूर किए हैं। इन सेंटरों की स्थापना से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को तो फायदा होगा ही इसके साथ ही राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और युवाओं को रोजगार के मौके भी मिलेंगे।

 

उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में पर्यटकों की संख्या में रिकार्ड बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने उत्तराखंड के लिए 230 नए आयुर्वेदिक वेलनेस सेंटर मंजूर किए हैं। इन सेंटरों की स्थापना से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को तो फायदा होगा ही इसके साथ ही राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और युवाओं को रोजगार के मौके भी मिलेंगे। बता दे कि राज्य में अभी तक आयुर्वेद के 70 वेलनेस सेंटर थे। लेकिन अब 230 नए सेंटरों की स्थापना होने से प्रदेश में वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही देशभर से तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।

 

आपको बता दे कि चारधाम यात्रियों व पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सरकार वेलनेस सेंटरों को होम स्टे योजना से भी जोड़ने जा रही है। इसके तहत यात्रा रूट और गांवों के होम स्टे में ठहरने वाले यात्रियों को इन वेलनेस सेंटरों में स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएंगी। इससे पहले राज्य सरकार चारधाम रूट पर फुट मसाज आदि सेवाएं शुरू कर चुकी है और तीर्थ यात्रियों को इससे खासा लाभ भी हो रहा है।

 

वेलनेस सेंटरों की स्थापना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके तहत एलोपैथी,आयुर्वेद पद्धति के वेलनेस सेंटर भी स्थापित किए जा रहे हैं। इन सेंटरों का मकसद लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं देना और रोगमुक्त शरीर पर फोकस करना है। वेलनेस सेंटरों पर लोगों को स्वस्थ रहने के लिए किए जाने वाले उपायों की भी जानकारी दी जाती है।

 

उत्तराखंड में वेलनेस सेंटरों को बढ़ाने के पीछे मुख्य मकसद यह है कि केंद्र और राज्य सरकार उत्तराखंड को टूरिस्ट हब के रूप में विकसित करना चाहती है। राज्य में सभी प्रकार के टूरिस्ट और तीर्थयात्रियों को मिलाकर एक साल में एक करोड़ से अधिक लोग आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने से राज्य एक बड़ा टूरिस्ट हब बन सकता है।

 

राज्य में 230 नए वेलनेस सेंटर खुलने के बाद आयुर्वेद के क्षेत्र में प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। इन केंद्रों पर आयुर्वेदिक डॉक्टर या स्टाफ नर्स को कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही योग और पंचकर्म के लिए भी सहायकों की नियुक्ति की जाएगी। एक सेंटर पर तीन कर्मचारियों की नियुक्ति से ही सात सौ के करीब युवाओं को नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे। राज्य के अनुरोध पर केंद्र ने आयुष मिशन के तहत 230 नए वेलनेस सेंटर मंजूर किए हैं। इनकी स्थापना का काम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए कार्यदायी संस्था नामित करने का काम चल रहा है।

 

 

 

 

 

 

 

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top