उत्तराखंड

इंदिरा अम्मा की दुकान में टपक रहा पानी, ग्राहक परेशान

वार्ड दो में बनाये गये सभी भवनों में सीलन
निर्माण के दौरान अभियंताओं ने नहीं की देख-रेख
जनता को झेलनी पड़ रही परेशानी
रुद्रप्रयाग। गरीब वर्ग के लोगों को शुद्ध और स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कांग्रेस शासन में खोले गये इंदिरा अम्मा भोजनालय की दयनीय स्थिति बनी हुई। आलम यह है कि जिन दुकानों में भोजनालय खोले गये हैं, वहां कमरों के भीतर पानी टपकने और सीलन होने से ग्राहकों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। भोजनालय में कार्य कर रहे कर्मचारी भी कमरों की हालत से खासे परेशान हैं। उनकी माने तो नगर पालिका के भवनों में सही ढंग से कार्य नहीं किया गया है, जिसका खामियाजा होटल संचालक को भुगतना पड़ रहा है।

दरअसल, नगर पालिका के भवनों की ज्यादातर स्थिति ऐसी ही है। नगर क्षेत्र के बस अड्डे में बने सभी भवन आज दयनीय स्थिति में है। कई आवासीय भवनों की छतों से पानी टपक रहा है तो कई दीवारें सीलन के कारण खराब हो गई हैं। निर्माण कार्य के दौरान पालिका अभियंताओं की अनदेखी और ठेकेदार की मनमर्जी से आज नगर पालिका के काॅम्प्लैक्स, दुकाने, बारात घरों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। वार्ड दो में सबसे अधिक परेशानी हो रही है। यहां पर नगर पालिका के भवनों पर पंजाब नेशनल बैंक, विधायक कार्यालय, मीडिया कार्यालय, बारात घर, लाॅज, इंदिरा अम्मा भोजनालय, शाॅपिंग काॅम्प्लैक्स हैं। इसके अलावा वार्ड दो ही मीट मार्केट भी पालिका के भवनों पर संचालित हो रही है। करोड़ों की लागत से बने ये भवन आज खण्डहर बनते जा रहे हैं। ऐसा लगता है कि कभी भी ये भवन ढह सकते हैं।

भवना के भीतर सीलन होने से रेता निकलता जा रहा है और छतों से पानी टपकने से लोगों को खासी दिक्कतें हो रही है। यदि भवनों के निर्माण में सही तरीके की सामग्री लगाई जाती तो आज स्थिति इतनी खराब नहीं होती। सबसे बड़ी समस्या अम्मा भोजनालय में देखने को मिल रहा है। भोजनालय को संचालित करने के लिए पालिका की ओर से दो दुकाने आवंटित की गई है, मगर दोनों ही दुकानों में पानी टपक रहा है। साथ ही कमरों में सीलन भी है। ऐसे में कार्य कर रहे कर्मचारियों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। जब कोई ग्राहक यहां भोजन करने के लिए आता है तो दुकानों के भीतर की स्थिति को देखकर वह वापस लौट जाता है। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक में गंदा पानी जाने से बैंक कर्मचारी भी परेशान रहते हैं। ऊपर के भवनों का पानी लीकेज होने से नीचे के भवनों में निकल रहा है। यही स्थिति भी अन्य भवनों में बनी हुई है। वैसे नगर क्षेत्र के बस अड्डे से पुनाड़ गदेरा निकलता है। यह गदेरा बरसात के दौरान भयावह रूप ले लेता है।

ऐसे में हर समय भवनों के गिरने का भय बना रहता है। इंदिर अम्मा भोजनालय के संचालक लक्ष्मण सिंह रावत, लक्ष्मी प्रसाद, जयप्रकाश पाण्डेय, संजय पाण्डेय, बबीता बिष्ट, उर्मिदा देवी, कल्पेश्वरी देवी, फरमान खान, प्रवीन सेमवाल ने कहा कि नगर पालिका के भवनों में सही तरीके का कार्य नहीं किया गया है। अभियंताओं और ठेकेदार ने मिलकर भवनों में घटिया सामग्री का प्रयोग किया है। ये सब इसलिए हुआ है कि मोटा कमीशन कमाया जाय। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान अभियंताओं ने भवनों की कोई देख-रेख नहीं की, जिसका खामियाजा आज भवनों में रह रहे लोगों को भुगतना पड़ रहा है। कहा कि पालिका की ओर से सालों से भवनों की कोई मरम्मत नहीं की गई है, जबकि तीन साल में किराया बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में जनता में रोष बना हुआ है। आक्रोश जताते हुए कहा कि जब तक भवनों की मरम्मत नहीं की जाती कोई भी व्यक्ति पालिका का किराया नहीं देगा और ना ही अनुबंध की शर्तों को पूरा किया जायेगा। वहीं नगर पालिका अध्यक्ष राकेश नौटियाल ने कहा कि जनता की परेशानी को देखते हुए जल्द ही पालिका के भवनों की मरम्मत की जायेगी।

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