उत्तराखंड

राष्ट्र रक्षा का लेकर सरहदों पर डटें हैं जवान: मंगेश

कमजोर की मदद करना जीवन का सबसे बड़ा सुख

विजय दिवस पर राइंका रुद्रप्रयाग में समारोह का आयोजन

विभिन्न स्कूलों के नौनिहालों ने दी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

रुद्रप्रयाग। विजय दिवस के अवसर पर राइंका रुद्रप्रयाग में समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत जिलाधिकारी मंगेश घिलिडयाल, सीओ 10 जैकलाई विवेक एवं जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी कर्नल आरएल थापा (सेनि) ने दीप प्रज्ज्वलित कर की।

इस अवसर जिलाधिकारी जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 1971 के युद्ध में भारत ने ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। आज भी देश के सैनिक राष्ट्र की रक्षा के लिए सरहदों में अपनी सेवा दे रहे है। हम सब इस शक्तिशाली राष्ट्र के नागरिक हैं। नागरिक होने के नाते हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम सभी अपने कर्तव्यों का निर्वहन ईमानदारी व निष्ठा से करें। यही सच्ची देशभक्ति होगी। उत्तराखण्ड का भारतीय सेना में विशेष योगदान है। उत्तराखण्ड के हर घर और हर परिवार से सैनिक हैं। कहा कि सैनिकों के प्रति हमारी क्या जिम्मेदारी है इसे समझना होगा। शहीद सैनिकों के परिवारों के दर्द को समझना होगा।

उन्होंने कहा कि अगर आप कमजोर की मदद कर सकते हैं तो इससे बडा सुख और कोई नहीं है। हमारा देश आज दुनिया का अग्रणी राष्ट्र है। कहा कि सभी को देश एवं सैनिकों के प्रति सम्मान का भाव रखना चाहिए। सैनिकों के बलिदान की तुलना किसी से नहीं की जा सकती है। जिलाधिकारी नेे कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास रहता है कि सैनिकों के हर कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। विजय दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी एवं नगरपालिका अध्यक्षा गीता झिंक्वाण ने युद्ध में शहीद हुए राइफलमैन गजपाल सिंह, दरबान सिंह, कुन्दन सिंह भण्डारी के साथ ही युद्ध के प्रत्यक्षदर्शी राइफलमैन दयाल सिंह को पुरस्कार एवं शाॅल भेंट कर सम्मानित किया गया।

जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कमाण्ड कर्नल आर एल थापा ने आर्मी के बलिदान एवं बहादुरी को भी विस्तार से बताया। इस अवसर पर विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। इस मौके पर एसडीएम सदर देवानन्द, सीएमओ डाॅ एसके झा, सीवीओ डाॅ आरएस नितवाल, सीनियर टीओ शशि सिंह, डीएचओ योगेन्द्र सिंह सहित बडी संख्या में भूतपूर्व सैनिक उने परिवार जन एवं स्कूली बच्चे उपस्थित थे।

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