फूलों की घाटी ब्लूपोपी समेत कई तरह के फूलों से महक रही घाटी..
उत्तराखंड: फूलों की घाटी इन दिनों विभिन्न तरह के फूलों से महक रही है। ब्लूपोपी सहित कई तरह के फूल घाटी में छठा बिखेर रहे हैं। वहीं घाटी के दीदार के लिए नौ दिनों में स्थानीय 200 से अधिक पर्यटक पहुंच चुके हैं। एक जुलाई से फूलों की घाटी को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। कोरोना के चलते पिछले साल से विदेशी पर्यटक घाटी में नहीं पहुंचे हैं, जबकि इस साल स्थानीय 200 से अधिक पर्यटक घाटी के दीदार के लिए पहुंच चुके हैं।
इन दिनों घाटी में करीब 55 प्रजाति के फूल खिल चुके हैं जबकि क्वीन ऑफ हिमालयन फ्लावर ब्लूपोपी सहित कई प्रजाति के फूल आकर्षक का केंद्र बने हैं। फूलों की घाटी के वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती का कहना हैं कि जैसे-जैसे घाटी में खिलने वाले फूलों की संख्या बढ़ रही है। वैसे ही घाटी में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा होने की उम्मीद है। अभी तक यहां पर कोई विदेशी पर्यटक नहीं आया है।
मसूरी के पर्यटन स्थल सैलानियों से गुलजार मसूरी में देश के महानगरों से लगातार सैलानी पहुंच रहे हैं, इससे शहर के पर्यटन स्थल गुलजार हैं। शहर के अधिकांश होटल एडवांस बुक हो गए हैं, जिससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिल गए हैं। शहर में कई सैलानी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे है, जो स्थानीय प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
शहर में बड़ी तादाद में देश के कोने-कोने से सैलानी पहुंच रहे हैं और खुशनुमा मौसम का लुत्फ उठा रहे हैं। मालरोड पर सुबह से देर रात तक सैलानी की चहलकदमी देखी जा सकती है। स्थानीय प्रशासन लगातार कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन कराने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है। साथ ही सख्ती भी की जा रही है। मास्क नहीं पहनने और सोशल डिस्टेंस के उल्लंघन पर चालान भी किया जा रहा है। सीओ नरेन्द्र पंत का कहना हैं कि अब जिन सैलानियों के पास कोविड की नेगेटिव रिर्पोट और होटल बुकिंग होगी, उन्हीं को मसूरी आने दिया जाएगा। वीकेंड के लिए मसूरी में अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात किया जाएगा।