उत्तराखंड का लाल कुपवाड़ा में शहीद…
ओखलकांडा ब्लॉक के पदमपुर मीडार गांव के बेदार यमुना प्रसाद शहीद…
उत्तराखंड : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तैनात गोरापड़ाव निवासी सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरू बृहस्पतिवार सुबह पेट्रोलिंग के दौरान शहीद हो गए। वह कुपवाड़ा के गुरेज सेक्टर में तैनात थे। परिजनों के अनुसार शहीद यमुना प्रसाद का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके गोरापड़ाव स्थित घर पहुंचने की संभावना है।
ओखलकांडा ब्लॉक के पदमपुर मीडार गांव निवासी यमुना प्रसाद पनेरू (39) पुत्र स्व. दयाकिशन पनेरु फरवरी 2002 में रानीखेत में कुमाऊं रेजिमेंट की छह कुमाऊं में भर्ती हुए थे। उन्होंने प्राइमरी शिक्षा मीडार से ली। इसके बाद 12वीं पास हरिद्वार से और एमएससी देहरादून से किया। सेना में भर्ती होने के बाद यमुना प्रसाद सेना के पर्वतारोही दल में शामिल हुए और 2012 में उन्होंने एवरेस्ट फतह किया। वह एवरेस्ट फतह करने वाले 6 कुमाऊं के पहले फौजी बने।
इसके बाद उन्हें पर्वतारोहण से इतना लगाव हुआ कि नंदादेवी और कंचनजंघा पर्वत भी उन्होंने फतह कर लिया। बताया गया कि वर्ष 2013-14 में वह सेना की ओर से भूटान भी गए थे। वहां से लौटने के बाद उन्होंने जेसीओ का कमीशन निकालने के साथ हवलदार से सूबेदार के पद पर नियुक्ति पाई। पिथौरागढ़ डाक विभाग में तैनात यमुना प्रसाद के बड़े भाई चंद्र प्रकाश ने बताया कि सेना के अधिकारियों ने उन्हें यमुना प्रसाद के पेट्रोलिंग के दौरान बृहस्पतिवार को शहीद होने की सूचना दी।