कोसी नदी में नहाने गए दो बच्चे डूबे , एसडीआरएफ टीम ने दोनों के शव बरामद किए
रानीखेत : कोसी नदी में नहाने उतरे दो बच्चों की डूब कर मौत हो गई। एसडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव ढूंढ निकाले। बीते दिनों उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में अच्छी बरसात के बाद नदी का जलस्तर व बहाव तेज होने के कारण रेस्क्यू में खासी मुश्किल आई। कोसी नदी में डूबे दोनों बालकों का शव करीब 21 घंटे बाद नदी से बाहर निकाला जा सका। बच्चों की मौत से कोसी घाटी में कोहराम मचा हुआ है।
कोसी घाटी के सुदूर सेठी गांव में तल्ली सेठी धारकोट निवासी धीरज (13) पुत्र हीरा सिंह व उसका साथी गोकुल (14) पुत्र दरबान सिंह मंगलवार दोपहर नहाने के लिए कोसी नदी में उतरे। नदी का बहाव तेज होने से दोनों डूबने लगे। इसे देखकर बच्चों में चीख पुकार मच गई शोर सुन स्थानीय लोग मौके की ओर दौड़े। मगर बच्चे काफी गहराई तक चले गए। स्थानीय गोताखोरों ने उन्हें बचाने का काफी प्रयास किया मगर सफल न हो सके। इसके बाद घटना की जानकारी प्रशासन को दी गई। नैनीताल मुख्यालय से एसडीआरएफ की टीम बुलवा ली गई। हेड कांस्टेबल जितेंद्र गिरि के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम के गोताखोरों ने बुधवार को रेस्क्यू अभियान शुरू किया। पहले नदी की गहराई से धीरज का शव निकाल लिया गया। करीब घंटे भर की मशक्कत के बाद गोकुल का शव भी निकाल लिया गया। बच्चों की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
दोनों में थी अच्छी दोस्ती :
ग्रामीणों के अनुसार कोसी नदी में डूबे धीरज व गोकुल दोनों काफी अच्छे दोस्त थे। धीरज राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तल्ली सेठी में कक्षा 9 तथा गोकुल कक्षा 8 का छात्र था। दोनों मंगलवार को घर से गांव के समीप ही मैदान में क्रिकेट खेलने गए थे। बाद में वह कोसी नदी में नहाने चले गए और डूबने से दोनों की मौत हो गई।
मृतक धीरज के पिता हीरा सिंह भाजपा बेतालघाट के मंडल उपाध्यक्ष है जबकि मां पूर्व में गांव की ग्राम प्रधान रह चुकी हैं। धीरज का छोटा भाई कक्षा 6 में पड़ता है। वहीं गोकुल के पिता दरबान सिंह दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं।
एसडीएम गौरव चटवाल, तहसीलदार कृष्ण कुमार, राजस्व उपनिरीक्षक प्रवीण ह्ययांकी, भुवन जोशी, जिपं सदस्य धीरज जोशी, भुवन सिंह नेगी, दलीप सिंह नेगी, एसडीआरएफ के हेड कांस्टेबल जितेंद्र गिरी, महेंद्र भंडारी, कुंदन नगरकोटी, चंदन रौतेला, नितेश खेतवाल आदि मौजूद रहे।