256 साल तक जिंदा रहे इस शख्स ने बताया लंबी जिंदगी का राज..
देश-विदेश : पहले की अपेक्षा अब के रहन-सहन के तरीकों, खानपान और व्यवहार में काफी अंतर आ गया है।इसके अतिरिक्त मनुष्य के जीवन में तनाव भी बढ़ता जा रहा है जिसका असर उसके स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। पहले के लोग शुद्ध वातावरण में रहते थे और शुद्ध भोजन करते थे। अब पर्यावरण में वह स्वच्छता नहीं रही है। प्रकृति से छेड़छाड़ के कारण हवा भी शुद्ध नहीं रही है। आप थोड़ी देर के लिए ही किसी सड़क पर निकल जाइए तो पेट्रोल और डीजल के धुएं से आपका बुरा हाल हो जाता है। डॉक्टरों के अनुसार इस आधुनिक समय में इंसानों की उम्र 60-70 साल हो गई है।
लेकिन आज हम आपको दुनिया के सबसे उम्रदराज व्यक्ति के बारे में बताने जा रहे है जिसकी उम्र सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। आप लोगों ने बहुत से इंसानों की खूबियों के बारे में सुना होगा और जाना होगा। क्योंकि दुनिया में कुछ इंसान के कारनामे कुछ अलग ही होते हैं। और वह पूरी दुनिया में फेमस हो जाते हैं। इसीलिए आज हम आपको एक ऐसे इंसान के बारे में बताएंगे जो 250 साल से ज्यादा वर्षों तक जीवित रहे और उनके करीब 200 बच्चे भी थे।
चीन के एक व्यक्ति की जिसकी उम्र 100 या 200 नहीं बल्कि पूरे 256 साल जिंदा रहे थे। Li ching का जन्म 3 मई 1677 को चीन के क़ीजियांग ज़िले में हुआ था, जबकि उनकी मृत्यु 6 मई 1933 को हुई थी। हालांकि कुछ स्रोत उनका जन्म साल 1736 मानते हैं। अगर उनका जन्म 1736 में भी हुआ माना जाये तो भी वह 197 साल जिंदा रहे जो की आम इंसान की आयु से बहुत ज्यादा है।
पड़ोस में रहने वाले कई बूढ़े लोगों का कहना था कि उनके दादा लोग भी ली को जानते थे और वह भी एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के रूप में इसका मतलब यह हुआ कि मुमकिन हैं कि ली की उम्र 250 साल से ज्यादा रही हो। Li ching Yuen जाने-माने हर्बल यानि जड़ी-बूटी विशेषज्ञ (herbalist), मार्शल आर्टिस्ट और सैन्य सलाहकार थे। Li ching महज 10 साल की उम्र से ही हर्बल औषधियों का बिज़नेस करने लगे थे। उन्हें हर्बल के साथ-साथ मार्शल आर्ट्स में भी महारथ हासिल थी। ली 71 साल की उम्र में मार्शल आर्ट्स ट्रेनर के तौर पर चीन की सेना में शामिल हुए थे।
Li ching ने 24 शादियां की थीं, जिनसे उनके 200 से अधिक बच्चे थे। ली बचपन से ही पढ़ने और लिखने में सक्षम थे। आम तौर पर स्वीकार की गई कहानियों के अनुसार उन्होंने कांसू, शांसी, तिब्बत, अन्नाम, सियाम और मंचूरिया में जड़ी-बूटियों की खोज की थी। पहले एक सौ साल तक वह इस व्यवसाय में बने रहे। बाद में अन्य लोगों द्वारा इकट्ठा की गई जड़ी-बूटियों को बेचने का व्यवसाय किया।
जड़ी बूटियों के साथ-साथ चावल की शराब को एक आहार के रूप में प्रयोग किया। ली चिंग-यूएन ने अपना अधिकांश जीवन पहाड़ों में बिताया और किगोंग(Qigong) नामक कसरत की एक तकनीक में कुशल थे। Li ching से जब लंबी उम्र का रहस्य पूछा गया तो उनका जबाव कुछ ऐसे था। “अपने दिल को शांत रखो, कबूतर की तरह बिना सुस्ती के चलो, कछुए की तरह बैठो, और एक कुत्ते की तरह नींद लो। Li ching की ज़िंदगी में पहाड़ों की ज़िंदगी, व्यायाम और खान-पान का बहुत बड़ा हाथ रहा।वह तन और मन की शांति को लंबी उम्र तक जीने का सबसे बड़ा कारण मानते थे।