यह घोड़ा, कैंसर मरीजों का दर्द करता है दूर, डॉ. पेयो के नाम से है मशहूर..
देश-विदेश: अब तक आपने बहुत से वैटेनिरी हॉस्पिटल देखे और सुने होंगे, जहां डॉक्टर बीमार-घायल जानवरों का इलाज करते नजर आते हैं, लेकिन क्या कभी अपने किसी जानवर को इंसान का इलाज करते या दर्द कम करते सुना है? यह कोई मजाक नहीं, हकीकत है। आपको बता दे कि फ्रांस में एक घोड़ा कैंसर पीड़ित मरीजों का दर्द कम करने अस्पताल आता है। कैंसर मरीजों का दर्द कम करने के चलते इस घोड़े को सभी ‘डॉ. पेयो’ नाम से बुलाते हैं। फ्रांस के कैलिस अस्पताल में कैंसर से जूझ रहे मरीजों को ‘डॉ. पेयो’ रोज राहत पहुंचाने आते हैं। डॉ. पेयो नाम के इस घोड़े को हसन बूचकोर ने खास तौर पर मरीजों की सेवा के लिए प्रशिक्षित किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वह पैरों से इशारा करके बताता है कि उसे किस मरीज के रूम में जाना है। मरीज के साथ कितनी देर तक रहना है। हसन के अनुसार, पेयो को पता चल जाता है कि मरीज को कैंसर है या ट्यूमर। मालिक ने घोड़े का नाम पहले पेयो रखा था, लेकिन बाद में मरीजों के असहनीय दर्द को कम करने के चलते पेयो ‘डॉक्टर’ के तौर पर मशहूर हो गया है। पेयाे 15 साल का है।
मैटास्टैटिक कैंसर से पीड़ित 24 साल की मारिन से जब उनका बच्चा मिलने के लिए आया तो पेयो को साथ लेकर पहुंचा। दर्द से छटपटा रही मारिन कहती हैं, ‘पेयो और बच्चे को देखकर मेरा दर्द खत्म हो गया। वहीं इसी अस्पताल में 67 साल के डेनियल ने जनवरी में दम तोड़ा। पेयो उनका जिगरी दोस्त बन गया था। टर्मिनल कैंसर से पीड़ित डेनियल की ख्वाहिश थी कि उनके अंतिम संस्कार में पेयो भी शामिल हो। उनके निधन के बाद जब शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था, तब पेयो की आंखें भी नम थीं। पेयो उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। ऐसी और भी कई कहानियां हैं।
हसन ने बताया कि हम दोनों अपना ज्यादातर समय मरीजों के साथ अस्पताल में बिताते हैं। अस्पताल प्रशासन की अनुमति से हम मरीजों तक जाते हैं। उनके साथ वक्त बिताते हैं। मरीज पेयो को दुलार करते हैं। पेयो भी उन्हें उतने ही स्नेह से प्रतिक्रिया देता है। इस तरह उन लोगों की तकलीफ को कुछ देर के लिए ही सही कम कर पाते हैं।