टिहरी झील में शुरू हुआ रोमांच का सफर..
उत्तराखंड; 42 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली टिहरी झील में कोरोना संक्रमण के कारण 17 मार्च 2020 से बोटों का संचालन बंद था। हालांकि 12 जुलाई को सिर्फ एक दिन के लिए झील में बोटों का संचालन हुआ था, जिसके बाद बोट यूनियन ने सालभर का लाइसेंस शुल्क 60 हजार माफ करने, और आगामी एक वर्ष तक लाइसेंस शुल्क माफ करने की मांग को लेकर बोटों का संचालन बंद कर दिया था।
कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 187 दिन से वीरान पड़ी टिहरी झील में मंगलवार से रोमांच का सफर शुरू होगा। अनलॉक-4 की गाइड लाइन के अनुसार जिला प्रशासन ने झील में सशर्त बोटिंग गतिविधि शुरू करने की मंजूरी दे दी है। फिलहाल झील में स्पीड और सामान्य बोटें ही चलेंगी।
टिहरी झील में 99 बोटों का संचालन होता है। स्पीड बोट, पॉवर बोट, जेड अटैक, जेड स्की, डॉलफिन राइड, हॉटडाग, फ्लाई, बनाना राइडिंग, वाटर स्कूटर के अलावा झील में पैरा सिलिंग जैसी जलक्रीड़ा भी होती हैं। अनलॉक-4 की गाइड लाइन के तहत मंगलवार से प्रशासन ने झील में सशर्त बोटिंग गतिविधि शुरू करने की मंजूरी दे दी है।
उत्तराखंड के लोग ही उठा पाएंगे बोटिंग लुत्फ..
फिलहाल, सिर्फ उत्तराखंड के लोग ही बोटिंग कर सकते हैं। बता दें कि लगभग 400 परिवार टिहरी झील में बोटिंग व्यवसाय से अपना परिवार चलाते हैं। लेकिन, बोटिंग बंद हो जाने के कारण कइयों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। सरकार से कई बार व्यवसायियों ने आर्थिक मदद भी मांगी। कोई राहत न मिलने के चलते अब बोटिंग से जुड़े व्यवसायियों ने सरकार को टैक्स न देने का ऐलान किया है। वहीं बोट संचालकों ने मार्च माह में बोट यूनियन की ओर से टिहरी झील प्राधिकरण को दिए गए 60,000 रुपये भी वापस मांगे हैं। ताकि नावों की मरम्मत और बैंक की किश्त भी बोट संचालक दे सकें।
बोट संचालक मार्च में जमा किया गया टैक्स भी वापस मांग रहे हैं। उनका कहना है कि राफ्टिंग वालों के लिए राफ्टिंग फीस माफ कर उन्हें 5000 रुपये प्रतिमाह दिया गया, जबकि बोट संचालकों को कोई राहत नहीं दी गई।
बोटिंग करने वालो की थर्मल स्क्रीनिंग होगी..
श्री गंगा-भागीरथी बोट यूनियन के अध्यक्ष लखवीर चौहान ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार फिलहाल झील में स्पीड और सामान्य तरह की बोट ही संचालित की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्पीड बोट और बोट के किराए में कोई इजाफा नहीं किया गया है। पूर्व की भांति ही स्पीड बोट का 500 और सामान्य बोट का 300 रुपये रखा गया है।
टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण के एसीईओ पीआर चौहान ने बताया कि बोट संचालकों को प्रत्येक व्यक्ति का बोटिंग स्थल से 100 मीटर दूरी पर थर्मल स्क्रीनिंग करनी होगी। साथ ही प्रत्येक राउंड के बाद बोट को सैनिटाइज किया जाएगा, पर्यटकों सहित बोट संचालकों, ऑपरेटर और हेल्परों को अनिवार्य रूप से मास्क पहनना होगा, शारीरिक दूरी के साथ ही बोटिंग क्षमता की 50 फीसदी सीटों पर ही पर्यटकों को बैठाना होगा।