एम्स अस्पताल में भर्ती होने के दूसरे दिन धरने पर बैठे आचार्य संतोष त्रिवेदी
कहा, जहां भी रहेंगे, सरकार के खिलाफ आंदोलन रहेगा जारी
रुद्रप्रयाग। देवस्थानम् बोर्ड को भंग करने और मास्टर प्लान के विरोध में तीन माह तक केदारनाथ मंदिर पं्रागण में धरना देेने के बाद अस्वस्थ हुए तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी ने ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में अपना धरना शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि वे जहां भी वे रहेंगे, वहां अपना आंदोलन शुरू करेंगे। सरकार जब तक उनकी मांगों को नहीं मान लेती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
बता दें कि केदारनाथ में देवस्थानम् बोर्ड को भंग करने और मास्टर प्लान के विरोध में तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी का तीन माह से आंदोलन चल रहा था। सोमवार को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उन्हें एयरलिफ्ट करते हुए ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन मंगलवार से उन्होंने फिर से आंदोलन शुरू कर दिया है। आचार्य संतोष त्रिवेदी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले गंगा स्नान किया और फिर दीप प्रज्वलित करने के बाद शीर्षासन किया।
उनके इस योग को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और फिर उसके बाद तीर्थ पुरोहित ने अपना धरना शुरू किया। मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि तबीयत खराब होने के कारण उन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती किया गया। इसके लिए वे शासन और प्रशासन का धन्यवाद देते हैं, लेकिन देवस्थानम् बोर्ड के विरोध में उनका आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर चारधामों में तीर्थ पुरोहित धरना दे रहे हैं, बावजूद इसके सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है। तीर्थ पुरोहितों से कोई भी वार्ता नहीं की जा रही है। ऐसे में तीर्थ पुरोहित समाज में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जब तक देवस्थानम् बोर्ड को भंग नहीं करती, उनका आंदोलन जारी रहेगा। वे जहां भी रहेंगे, सरकार के विरोध में आंदोलन करते रहेंगे।