उत्तराखंड

भू-धंसाव की चपेट में रुद्रप्रयाग जिले का तैला-कुरछोला-चोपड़ा मोटरमार्ग..

जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर लोग..

काश्तकारों के खेत और आवासीय मकानों को भी बना है खतरा..

रुद्रप्रयाग:  सिलगढ़ पट्टी के कुरछोला गांव के निकट भू-धंसाव से तैला-कुरछोला-चोपड़ा मोटरमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। भूस्खलन से काश्तकारों की खेतीं की जमीन को भी नुकसान पहुँच रहा है। वहीं आवासीय बस्ती को भी खतरा बना हुआ है। तैला-कुरछोला-चोपड़ा मोटरमार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। इस मार्ग पर कुरछोला गांव के निकट भू धंसाव हो रहा है। धीरे-धीरे जमीन धंस रही है। मार्ग पर हल्के वाहन जोखिम में चल रहे हैं। भारी वाहनों के लिए मार्ग अवरुद्ध है। जबकि इस मार्ग से चोपड़ा, पूलन, सिरवाड़ी सहित कई गांव में जुड़े हुए हैं। वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का मौका मुआयना किया।

 

उन्होंने कहा कि जल्द यहां पर सुरक्षात्मक उपाय नहीं किये गए तो सड़क पूरी तरह धंस सकती है। इससे पहले कि कोई बड़ी घटना हो, लोक निर्माण विभाग को इसके ट्रीटमेंट का काम शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने जिलाधिकारी और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी सड़क की हालिया स्थिति से अवगत कराया। ग्राम प्रधान मनीष पंवार एवं सामाजिक कार्यकर्ता दीपक रावत का कहना है कि इस सम्बंध में विभाग को अवगत कराने के बावजूद सड़क की सुरक्षा की दिशा में काम शुरू नहीं हो पाया है।

 

उन्होंने कहा कि गांवों में भारी वाहनों की आवाजाही न होने से ग्रामीण क्षेत्रों में कई तरह की परेशानी हो रही है। उक्रांद से जुड़े सतेंद्र रावत, रविन्द्र रावत, पंकज पंवार, राकेश पंवार का कहना है कि वाहन चालक जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। भविष्य में किसी भी तरह की दुर्घटना के लिए सम्बंधित विभाग को जिम्मेदार माना जाएगा। उन्होंने कहा कि विभागीय लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।

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