उत्तराखंड

चमोली आपदा : सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा रेडियोधर्मी डिवाइस पर साफ हो स्थिति..

रेडियोधर्मी डिवाइस

चमोली आपदा : सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा रेडियोधर्मी डिवाइस पर साफ हो स्थिति..

देश-विदेश : चमोली जिले में आई आपदा के बाद नंदा देवी क्षेत्र में रेडियोधर्मिता को लेकर चल रही बात विवाद के बीच अब वरिष्ठ भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि इस संबंध में स्थिति साफ होनी चाहिए।

 

चमोली जिले में ऋषिगंगा कैचमेंट एरिया से निकली जलप्रलय को लेकर जहां विज्ञानी स्थिति स्पष्ट कर रहे है तो वहीं एवलांच (हिमस्खलन) की घटना के संबंध में बात विवाद भी चल रही है। ऋषिगंगा नदी के जिस स्थल से तबाही निकली, वहां से कुछ फासले पर स्थित रैणी क्षेत्र के कुछ लोग इसके पीछे रेडियोधर्मिता को भी वजह मान रहे हैं। उनका कहना है कि 1965 में नंदादेवी चोटी पर एक अभियान के दौरान रेडियोधर्मी डिवाइस वहां छूट गई थी। कुछ ग्रामीण इस पर यकीन नहीं करते। विज्ञानी जगत भी इससे इत्तेफाक नहीं रखता।

 

 

हालांकि, नंदा देवी में रेडियोधर्मी डिवाइस को लेकर सियासी गलियारों में बात उठ रही है। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने पूर्व में संसद में यह मामला उठाया था। साथ ही इस संबंध में स्थिति स्पष्ट करने की मांग भी उठाई थी। अलबत्ता, यह पहली बार है, जब रेडियोधर्मी डिवाइस की वजह से एवलांच के कयास लगाए जा रहे हैं।अब वरिष्ठ भाजपा नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने चमोली आपदा के आलोक में ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि नंदा देवी में रेडियोधर्मी डिवाइस के संबंध में स्थिति साफ होनी चाहिए।

 

 

मुख्यमंत्री करेंगे 11 जिलों की अपूर्ण घोषणाओं की समीक्षा..

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 15 फरवरी से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये देहरादून व हरिद्वार को छोड़कर 11 जिलों में की गई घोषणाओं में से अपूर्ण घोषणाओं की समीक्षा करेंगे। इसकी शुरूआत चंपावत, बागेश्वर व पिथौरागढ़ से की जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने समय-समय पर विभिन्न जनपदों में भ्रमण के दौरान क्षेत्रीय विकास को लेकर कई घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं पर अमल को लेकर वह समय-समय पर शासन स्तर पर बैठक भी कर चुके हैं। अब वह अपूर्ण घोषणाओं को पूर्ण करने के लिए किए जा रही कार्यों की प्रगति जानने को इसकी समीक्षा करेंगे।

 

 

इसके लिए बकायदा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। 15 फरवरी से इसकी शुरूआत होगी। 16 को बसंत पंचमी का अवकाश है। 17 फरवरी को अल्मोड़ा और नैनीताल, 18 फरवरी को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली और 19 फरवरी को पौड़ी एवं टिहरी की समीक्षा की जाएगी। सचिव मुख्यमंत्री अमित नेगी ने इन 11 जिलों के सभी विधायकों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को मुख्यमंत्री घोषणा के संबंध में अभी तक की गई कार्रवाई के संबंध में संपूर्ण जानकारी के साथ बैठक में शामिल होने के निर्देश दिए हैं।

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