डीएम ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार को दिया सांत्वना
वन विभाग को तीन लाख की मुआवजा राशि के दिये निर्देश
रुद्रप्रयाग। भरदार क्षेत्र के बांसी गांव में गुलदार द्वारा महिला को मौत के घाट उतार देने के बाद वन विभाग के आदेशों पर सूटर गांव पहुंच गए हैं। दो सूटरों द्वारा गुलदार को मारने की तैयारी की जा रही है। इधर, मृतका का शनिवार को जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। क्षेत्र में अब भी लोगों में दहशत बनी है।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बांसी गांव पहुंचकर प्रभावित परिवार को सांत्वना दिया। उन्होंने वन विभाग को तत्काल तीन लाख की मुआवजा राशि देने के साथ ही पटवारी को मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष की पत्रावली तैयार करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
बता दें कि बांसी गांव में गुलदार द्वारा घास लेने गई 35 वर्षीय सुधा देवी को निवाला बनाने के बाद गांव में लोग आक्रोशत है। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग द्वारा सूटर बुलाने की कार्रवाई की गई। शनिवार को चमोली से लखपत सिंह को बुला दिया गया है, जबकि एक लोकल सूटर भी गांव में मौजूद है। दोनों सूटरों ने वन विभाग के निर्देशों पर गुलदार मारने की तैयारी कर ली है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों द्वारा महिला का शनिवार को जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराया गया जबकि इसके बाद संगम पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
मामले में वन विभाग के एसडीओ महिपाल सिंह सिरोही ने बताया कि विभागीय स्तर से प्रारंभिक तौर पर पीड़ित परिवार को 90 हजार का चैक दे दिया गया है, जबकि पीएम रिर्पोट के बाद मुआवजे की अन्य राशि दे दी जाएगी। गांव में पिंजरा लगाया गया है, जबकि दो सूटर तैनात किए गए हैं। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में भय का माहौल बना है। लोग सांय होते ही घरों में चले जा रहे हैं। कई जगहों पर गुलदार दिखने से लोग दहशत में है। ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा की मांग की है।
जिलाधिकारी ने बांसी गांव पहुंचकर प्रभावित परिवार को सांत्वना दिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में आदमखोर गुलदार का आतंक बना हुआ है, जिसे देखते हुए वन विभाग को गुलदार को मारने के आदेश दिये गये हैं। कहा कि वन विभाग पीड़ित परिवार को तीन लाख की मुआवजा राशि देगा। साथ ही आपदा राहत कोष से भी प्रभावित परिवार की मदद की जायेगी। उन्होंने प्रभावित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।