उत्तराखंड

समाज को समझने की जरूरत बेटा-बेटी एक समान: रावत

समाज को समझने की जरूरत बेटा-बेटी एक समान 
प्राथमिक विद्यालय बेलनी में कन्या भोज का आयोजन

रुद्रप्रयाग। बाल विकास एवं महिला सशक्तिरण के तत्वावधान में प्राथमिक विद्यालय बेलनी में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत कन्या भोज का आयोजन किया गया, जिसमें आंगनबाड़ी की कन्याओं को अष्टमी के अवसर पर प्रसाद में पूरी, हलवा, चने के साथ ही टिफिन एवं दक्षिणा भी दी।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि एनएस रावत ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार देश में बालकों की तुलना में बालिका का अनुपात कम है, जबकि उत्तराखण्ड के कई जनपदों का अनुपात काफी अच्छा है, जिसमें जनपद रुद्रप्रयाग भी शामिल है। इस विषय में गहनता से विचार व ध्यान देने की आवश्यकता है। समाज के सभी परिवारों को समझना होगा कि बेटा-बेटी दोनों समान है। कहा कि आज भी कई जगह शिशु कन्याओं में भेदभाव हो रहा है। समाज में आज भी कई लोग बालक-बालिका की शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य चीजों में भेदभाव करते है। इसके साथ ही मानसिक रूप से विक्षिप्त लोग बेटे के लालच में कन्या भू्रण हत्या तक अपराध कर डालते है। हम समाज में देख सकते है कि महिलाये पुरूषों के समान ही सभी क्षेत्रों में कार्य कर रही है व कई ऐसे उदाहरण मिलेंगे, जहां महिलायें पुरूषों से आगे है।

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य महिलाओं को शिक्षित कर सामाजिक और आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना है। सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जन्म से ही कई योजनाएं व अधिकार दिये गए हैं, जिससे उनका विकास हो व प्रगति के पथ पर अग्रसर हो। इस अवसर पर सीवीओ डाॅ आरसी नितवाल, एआरटीओ मोहित कोठारी, डीओपीआरडी केएन गैरोला, जिला कार्यक्रम अधिकारी हिमांशु सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन निर्भया प्रकोष्ठ की अधिवक्ता अनीता रावत ने किया।

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