उत्तराखंड

कर रहे हैं शिवरात्रि का उपवास, तो यहां जान लें व्रत के नियम..

कर रहे हैं शिवरात्रि का उपवास, तो यहां जान लें व्रत के नियम..

 

 

 

 

 

शिवरात्रि के दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का धरती पर प्रकाट्य हुआ था। इस दिन शिव भक्त उपवास रखते हैं. इस त्योहार पर भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती हैं।

 

 

 

 

देश-विदेश: हिंदू पंचांग के अनुसार शिवरात्रि का त्योहार असल में हर साल फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस लिहाज से अगर पंचांग को टटोला जाए तो इस साल शिवरात्रि का त्योहार शनिवार यानी 18 फरवरी की रात 8.03 मिनट पर शुरू होगा और अगले दिन रविवार को यानी 19 फरवरी को शाम 04:19 मिनट पर इसका समापन होगा।लेकिन ज्योतिषों का कहना हैं कि शिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी को मनाना ही उचित हैं।

माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह हुआ था और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का धरती पर प्रकाट्य हुआ था। इस दिन शिव भक्त उपवास रखते हैं. इस त्योहार पर भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शिव का पूजन और उपासना करने से दुखों का नाश होता हैं।

महाशिवरात्रि 2023 पूजा सामग्री..

बेलपत्र, अक्षत, फूल, धतूरा, मदार पुष्प, गंगाजल, दूध (कच्चा), गाय का दूध, दही, शक्कर, भांग, इत्र, भोग के लिए हलवा, ठंडाई, लस्सी, मालपुआ आदि।

महाशिवरात्रि व्रत के नियम..

माना की भोलशंकर के भक्त मस्त होते हैं और उनके नियम बहुत कड़े नही होते। फिर भी महाशिवरात्रि के उपवास के भी कुछ नियम हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में-

1- सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखें कि आप महाशिवरात्रि पर पूजा करने से पहले नहा लें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें।

2- माना जाता है कि इस दिन मीठ-मास खाने से बचना चाहिए ।

3- मान्यता है कि इस दिन स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और भगवान के भोजन या स्थान को छूठन और गंदगी से बचा कर रखें।

महाशिवरात्रि व्रत के आहार से जुड़े नियम, जानें क्या खाएं क्या नहीं

1- इस दिन कुछ भक्त निर्जल उपवास रखते हैं, वहीं कुछ इस दिन फलाहार पर रहते हैं। आप जिस प्रकार इच्छा हो उपवास रख सकते हैं।

2- मान्यता के अनुसार अगर आपने निर्जल व्रत रखा है, तो आपको पूरा दिन जल की एक बूंद भी नहीं लेनी है।

3- मान्यता के अनुसार फलाहार उपवास करने वाले भक्त दिनभर किसी भी फल का सेवन कर सकते हैं।

4- मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि के व्रत में आप दाल, चावल, गेहूं या कोई भी साबुत अनाज और सादे नमक का उपयोग नहीं कर सकते। हां आप व्रत वाले नम यानी सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

महाशिवरात्रि के व्रत में क्या खा सकते..

इस उपवास को खोलते समय आप साबूदाना खिचड़ी, सिंघाड़े का हलवा, कुट्टू के आटे की पूड़ी, सामा के चावल, आलू का हलवा खा सकते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

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