शेयर बाजार पर कोरोना का कहर, निवेशकों के डूबे 7 लाख करोड़…
देश-विदेश : शेयर मार्केट में बड़ी उथल-पुथल मची है। सोमवार को सेंसेक्स( Sensex) 2000 अंक से ज्यादा नीचे लुढ़क गया। वहीं निफ्टी( Nefty) में 432.15 अंकों की गिरावट आई है। कोरोना के दूसरे स्ट्रेन ने शेयर बाजार में हाहाकार मचा दिया। सोमवार को सेंसेक्स 2037 अंक लुढ़ककर 44923.08 के निचले स्तर पर पहुंच गया। हालांकि बाजार बंद होन तक सेंसक्स में 1406 अंकों की गिरावट आई और (सेंसक्स)Sensex 45553.96 के स्तर पर पहुंचकर बंद हुआ। सबस ज्यादा दवाब बैंकिंग सेक्टर( Banking Sector), ऑटो सेक्टर, फाइनंशियल सर्विसेज सेक्टर को हुआ।
कोरोना के सेकेंड स्ट्रेन ने शेयर बाजार में मचाई खलबली
बिट्रेन में कोरोना के नए म्यूटेंट स्ट्रेन की खबर आत ही निवशकों की चिंता बढ़ गई है। शेयर बाजार पर बिकवाली हावी रहा। सोमवार को बाजार बंद होन तक सेंसेक्स जहां 1406 अंक टूट गया तो वहीं निफ्टी में 432 अंकों की गिरावट आई और Nefty गिरकर 13328.40 पर पहुंच गया। शेयर बाजार आज लाल निशान के साथ बंद हुआ। दरअसल ब्रिटेन के साथ-साथ एशिया के कई देशों में कोरोना( Covid-19) की दूसरी लहर ने निवशकों की चिंता बढ़ा दी है। निवेशकों में बढ़ी चिंता के कारण आज वैश्विक स्तर पर सेंटिमेंट कमजोर हुआ है और शेयर बाजार धड़ाम हो गया।
लाल निशान क साथ बंद हुआ BSE
सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 18 पैसे कमजोरी क साथ खुला और 73.75 पर पहुंच गया। आज सबसे ज्यादा नुकसान प्राइवेट बैंकों को हुआ। वहीं मिडकैप शेयर भी कमजोर हुए हैं। सोमवार को सेंसेक्स के30 स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए। जहां ONGC क शेयर में करीब 8.8 फीसदी की गिरावट आई तो वहीं इंडसइंड बैंक, SBI, NTPC, आईटीसी, ICICI Bank, सन फार्मा, TCS के शेयर्स में बिकवाली हावी रही। टाटा मोटर्स के शेयर्स में 2 फीसदी की गिरावट आई। वहीं 30 शयरों वाले बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसक्स सभी लाल निशान पर बंद हुआ।
डूब गए निवेशकों क 7,00,000 करोड़
शेयर बाजार में आई इस गिरावट से निवेशकों के 7 लाख करोड़ रुपए एक झटके में डूब गए। कोरोना के बढ़ते मामले नें निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है। शेयर बाजार पर आए इस दवाब के कारण हफ्ते के पहले ही दिन निवशकों के 7,00,000 करोड़ रुपए डूब गए। पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को BE लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप जहां 1,85,38,636.70 करोड़ था, वो आज सोमवार को लुढ़ककर 1,78,33,232.91 करोड़ रुपए रह गया।