उत्तराखंड

भौगोलिक आधार पर तलाशी जाय रोजगार की संभावनाएं

चैलाई के प्रसाद के रूप में तीन गुना मिल रहा फायदा
गाय का घी, दूध व फल उत्पादन करके केदारनाथ प्रसाद की मांग की जाय पूरी
रुद्रप्रयाग। रोजगार वर्ष 2018 के अन्तर्गत रोजगार प्रोन्नयन को लेकर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सरकारी विभाग, सामाजिक कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह, प्रगतिशील कृषक के साथ विचार गोष्ठी आयोजित की गई। विचार गोष्ठी में जनपद के अन्तर्गत निहित रोजगार की संभावनाओं को चिन्हित कर स्थानीय आर्थिकी को सशक्त करने व लोगों को स्वावलम्बी बनाने, स्वरोजगार को बढावा देने में आ रही समस्याओ के निराकरण, जनकल्याणकारी योजनाओं की भौतिक स्थिति, पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी के दृष्टिगत रोजगार केेेे अवसर पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि जिले की भौगोलिक संरचना के अनुसार रोजगार की संभावना तलाशी जाए, जिससे लोगांे को वाकई में रोजगार प्राप्त हो। साथ ही रोजगार की तलाश कर रहे युवाओं को आरसेटी व विभागीय प्रशिक्षण व योजनाओ से हर संभव लाभान्वित किया जाए जो असल में कुछ करना चाहते हैं। यही लोग पहाडो में अन्य लोगो के लिए प्रेरणास्त्रोत का कार्य करेगे व अन्य लोग भी कार्य के लिए आगे आएगंे। विधायक भरत सिंह चैधरी ने कहा कि जडी-बूटी उत्पादन एवं उसका व्यवसायिक रूप से वितरण किया जाना चाहिए इससे आर्थिकी सुदृढ होगी।

बैठक मे यह सर्वसम्मति से सुझाव आया कि केदारनाथ मंदिर हेतु इस वर्ष बडे पैमाने में स्थानीय उत्पाद चैलाई से प्रसाद निर्मित किया जा रहा है जिससे कृषको व स्वयं सहायता समूह को तीन गुना फायदा हो रहा है। इसके साथ ही गाय का घी, दूध व फूल का उत्पादन कर केदारनाथ की मांग को पूरा कर लिया जाए तो आर्थिकी मजबूत होगी साथ ही कई लोगों को रोजगार मिलेगा।

जनपद के कई पुराने यात्रा रूट ऐसे हैं जिन्हें पुनजीर्वित किया जाए तो कई लोगो को पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार मिल जाएगा। इसके साथ ही सरकारी योजनाओ के सरलीकरण पर भी युवाओं द्वारा जोर दिया गया। कहा कि योजनाओ के सरलीकरण से अधिक लोग योजना से लाभान्वित हो सके। सरकारी योजनाओ के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए माह में एक दिन निश्चित करने को कहा गया जिसमें सभी विभाग अपनी योजनाओं की जानकारी दे। इससे गांव के लोग नियत तिथि में आ सकेंगे अन्यथा बार-बार गांववालों को बुलाया जाता है तो उनका कार्य प्रभावित होता है।
रुद्रप्रयाग जैविक जनपद है ऐसे में कृषको का जैविक बोर्ड में पंजीकरण कराने को कहा गया, जिससे उत्पाद का अच्छा दाम मिल सके। अच्छा दाम न मिलने से किसान हतोत्साहित हो रहे हंै। जैविक उत्पाद के महत्व व विषय के बारे में कृषको के साथ ही लोगों को भी जागरूक करने को कहा, जिससे जैविक उत्पाद के लाभ के विषय में उपभोक्ताओं को भी जानकारी रहे। इसके साथ ही पहाडी उत्पादो को एक नाम से ब्राडिग कर विक्रय की बात कही गई। इस अवसर पर ब्लाॅक प्रमुख अगस्त्यमुनि जगमोहन सिंह रौथाण, ज्येष्ठ उप प्रमुख प्रबल सिंह नेगी, सीडीओ डीआर जोशी, सीवीओ डाॅ आरसी नितवाल, पीडी एनएस रावत, जिला सेवायोजन अधिकारी कपिल पाण्डे, कम्पयूटर अनुदेशक किशन सिंह रावत, जयकृत, रिलायंस फाउण्डेेशन के टीम लीडर प्रकाश सिंह, प्रियंवदा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष माधुरी नेगी सहित अन्य अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, कृषक उपस्थित थे।

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