संसद में पास कानून समानता के अधिकार पर कुठाराघात , अधिकारी-कर्मचारी शिक्षक संघर्ष मोर्चा एवं अखिल भारतीय समानता संघ की बैठक
रुद्रप्रयाग। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एससी एवं एसटी एक्ट के सन्दर्भ में 20 मार्च को दिए गये फैसले को संविधान संशोधन द्वारा पल्टे जाने से नाराज अनारक्षित व संवर्ण समाज के कर्मचारियों, व्यापारियों तथा छात्रों ने बैठक कर अग्रिम रणनीति पर चर्चा की। बैठक में एससी एवं एसटी एक्ट का समर्थन करने वाले दल एवं उम्मीदवार को वोट न देने की शपथ भी दिलवाई गई।
नगर पंचायत सभागार में उत्तराखण्ड अधिकारी कर्मचारी शिक्षक संघर्ष मोर्चा एवं अखिल भारतीय समानता संघ के बैनर तले हुई बैठक में वक्ताओं ने संसद में पास हुए कानून को समानता के अधिकार पर कुठाराघात बताया। बैठक में वतौर मुख्य वक्ता अखिल भारतीय समानता मंच के प्रदेश अध्यक्ष वीवीएस रावत ने कहा कि संसद ने सर्वोच्च न्यायालय के विरूद्ध संविधान संशोधन कर सामान्य वर्ग के विरूद्ध काला कानून बनाया है। कहा कि पदोन्नति में आरक्षण को पुनः बहाल करने के लिए सरकार पुरजोर पैरवी कर रही है जो कि सामान्य वर्ग के हितों की अनदेखी है। समानता संघ के राष्ट्रीय सचिव एलपी रतूड़ी ने कहा कि सामान्य वर्ग के अधिकारों की पैरवी न करने वाले राजनैतिक दलों एवं नेताओं का बहिष्कार किए जाना चाहिए। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एससी-एसटी एक्ट में किएगये संशोधन एवं पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में भविष्य में लोगों को जागरूक एवं एकजुट करने के लिए अभियान चलाकर जनपद से लेकर तहसील एवं ब्लाॅक स्तर पर मंच का गठन किया जाय।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अपनी पीढ़ी को बचाने के लिए जन आन्दोलनकर सांसदों एवं जनप्रतिनिधियों का क्षेत्र भ्रमण के दौरान विरोध किया जाय तथा आरक्षित सीट वाले पोलिंग स्टेशनों पर सभी सदस्य नोटा का बटन दबायें। बैठक की अध्यक्षता प्राथमिक शिक्षक संघ के संरक्षक मगनानन्द भट्ट ने तथा संचालन समानता मंच के जिला संयोजक विक्रम झिंक्वाण ने की। बैठक को विभिन्न घटक संघो के पदाधिकारियों ने भी सम्बोधित किया। बैठक में मिनिस्ट्रियल कर्मचारी संगठन के संयोजक मानवेन्द्र बत्र्वाल, संयुक्त मोर्चा के जिला संयोजक केएन भट्ट, वरिष्ठ नागरिक विजय मलासी, जूहा शिक्षक सघ के जिलाध्यक्ष दलेब सिंह राणा, व्यापार संघ अध्यक्ष मोहन रौतेला, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष आलोक नेगी, सत्येश्वरी रौथाण कलावती रावत, कुसुम भट्ट, जयन्ती भट्ट, बीना रावत, राकेश रावत, महादेव मैठाणी राजेन्द्र पुरोहित, शत्रुघ्न नेगी सहित सैकड़ें कर्मचार मौजूद थे।