कार्यकत्रियों की रिपोर्ट न लिये जाने पर मांगा स्पष्टीकरण , चार माह से होम राशन वितरित न होने पर जांच के निर्देश , जिलाधिकारी की अध्यक्षता में शिक्षा, बाल, चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक
रुद्रप्रयाग। शिक्षा, बाल, चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक जिला कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने विगत माह की बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य समिति की टीम द्वारा आगनवाड़ी केन्द्र में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान बच्चों की उपस्थिति न्यून पाये जाने पर लगभग 20 केन्द्रों की कार्यकत्रियों के स्पष्टीकरण लेने के निर्देश डीपीओ को दिए थे। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा न्यून प्रगति पर रहने वाली आंगनबाड़ी केन्द्र की कार्यकत्रियों के स्पष्टीकरण की रिपोर्ट अद्यतक न लिए जाने पर डीपीओ को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने, स्यूर में चार माह से आंगनवाड़ी द्वारा टेक होम राशन वितरित न किए जाने पर जांच करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जनपद के प्रभारी खाद्य सुरक्षा अधिकारी को सप्ताह में दो दिन शुक्रवार व शनिवार को जनपद में रहने के निर्देश दिए। इसके लिए सीएमओं को सम्बन्धित अधिकारी को आदेश देने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी से पूर्व ही ब्लड यूनिट तैयार रखने, हाई रिस्क वाली महिलाओं का प्रसव घर पर होने पर सम्बन्धित एएनएम व आशा कार्यकत्री को नोटिस देने के निर्देश दिए। समस्त मेडिकल आफिसर को अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव पर जोर देने को कहा जिससे बच्चा-जच्चा दोनो सुरक्षित रहे। कहा कि कम से कम होम डिलीवरी का प्रयास किया जाए। जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में सप्ताह में एक दिन दो घंटे टेलीमेडिसन की सेवा जिला अस्पताल से ग्रामीणों को व उस दौरान फार्मासिस्ट को सम्बन्धित क्षेत्र में रहकर दवाईयां देने के निर्देश सीएमएस को दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने शिक्षाअधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि स्कूल टाइमिंग में कोई भी शिक्षक संगठन का कार्यालय नहीं खुला होना चाहिए। ऐसा पाए जाने पर सम्बन्धित शिक्षकों पर कारवाई की जाए। इसके साथ ही घरों से जैविक व अजैविक कूडे को अलग-अलग करके ही नगरपालिका को दने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने, नगरपालिका को अस्पताल से बायोमेडिकल वेस्ट को छोडकर शेष सामान्य कूडा उठाने के निर्देश दिए।
बैठक में सीएमओ डाॅ एस के झा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं में आयरन, विटामिन व अन्य कमियों को दूर करने के लिए 180 गोलियों का मेडिकल किट दिया जा रहा है। किट का सेवन छः माह तक किया जाएगा, जिसे गर्भवती महिलाओं द्वारा प्रत्येक एक दिन एक गोली के सेवन से विटामिन, आयरन, खून इत्यदि की कमियों को पूरा करेगा। इस अवसर पर सीएमएस डाॅ डीसी सेमवाल, डिप्टीसीएमओ डाॅ जितेन्द्र, सीईओ सीएन काला, डीईओ माध्यमिक एल एस दानू, बेसिक विद्या शंकर चतुर्वेदी सहित समस्त स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।