पुलवामा आतंकी हमले मे उत्तराखंड के दो लाल शहीद….
कई जवानों के शरीर के अवशेष भी नहीं मिला….
उत्तराखंड : श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया। जिसमें 37 जवान शहीद हो गए हैं। और 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं।
इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। शहीद होने वाले इन जवानों में एक जवान उत्तराखंड के दो जवान भी शामिल हैं। पहले शहीद जवान वीरेंद्र सिंह ऊधमसिंह नगर जिले में खटीमा थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर भूरिया गांव के रहने वाले थे। वह सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन में जम्मू-कश्मीर में तैनात थे।
दूसरे शहीद जवान मोहन लाल रतूड़ी (55) मूल निवासी उत्तरकाशी चिन्यालीसौड़ के बनकोट के रहने वाले हैं। वर्तमान में मोहन लाल का परिवार देहरादून कांवाली रोड पर रहता है। मोहन लाल सीआरपीएफ की 76 वीं वाहिनी में एएसआई थे।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले के बाद देशभर के लोगों में गुस्सा है। विरोध-प्रदर्शनों को दौर जारी है। लोग एक और सर्जिकल स्ट्राइक मांग कर रहे हैं।
वहीं सीआरपीएफ सूत्रों की माने तो अब तक 39 जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं पांच जवानों के शवों का पता नहीं लग सका है। धमाका इतना भीषण था कि कई जवानों के शरीर के अवशेष भी मिलना मुश्किल हैं। वहीं इस धमाके में 40 से अधिक जवान घायल बताएं जा रहे हैं।
37 शहीद जवानों के नाम की सीआरपीएफ सूत्रों ने की पुष्टि..
सीआरपीएफ सूत्रों ने गुरुवार देर रात 37 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है। इसमें राठौर नितिन शिवाजी, भागीरथ सिंह, वीरेंद्र सिंह, अवधेश कुमार यादव, रतन कुमार ठाकुर, पंकज कुमार त्रिपाठी, जीत राम, अमित कुमार, विजय कुमार मौर्य, कुलविंद्र सिंह, मनेश्वर बसुमत्री, मोहन लाल, संजय कुमार सिन्हा, राम वकील, नसीर अहमद, जयमल सिंह, सुखजिंदर सिंह, तिलक राज, रोहिताश लांबा, विजय सोरंग, वसंत कुमार, सुब्रह्म्ण्यम जी, गुरु एच, नारायण लाल गुर्जर, महेश कुमार, प्रदीप कुमार, हेमराज मीणा, पीके साहू, रमेश यादव, संजय राजपूत, कौशल कुमार रावत, प्रदीप सिंह, श्याम बाबू, अजीत कुमार आजाद, मनिंदर सिंह, बब्लू संतरा, अश्विनी कुमार के शहीद होने की सूचना मिल रही है।