उत्तराखंड

जन शिकायतों का समय से नहीं हो रहा निस्तारण

जनता दरबार में पहुंचे फरियादियों ने जताया रोष, जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी

रुद्रप्रयाग। विकास भवन में आयोजित जनता दरबार में फरियादियों ने 81 शिकायत दर्ज कराई, जिनमें से 52 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। इसके साथ ही जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने पिछले जनता दरबार की शिकायतों की समीक्षा भी की और अधिकारियों को निर्धारित समय के भीतर शिकायतों का निस्तारण कर, कार्यवाही से अवगत कराने के निर्देश दिए। वहीं जनता दरबार में दर्ज शिकायतों का समय से निस्तारण न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई।

सोमवार को शिकायत लेकर जनता दरबार में पहुंचे फरियादियों ने आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि जन शिकायतों का मौके पर निस्तारण नहीं किया जा रहा है। ऐसे में जनता दरबार महज खानापूर्ति साबित हो रहा है। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जनता की शिकायतों को गंभीरता से लें, अन्यथा अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। फरियादी सुन्दरी देवी निवासी ग्राम सेमलसारी ने राशन कार्ड एवं जाॅब कार्ड न बनने की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी अगस्त्यमुनि को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। सत्येशवरी देवी निवासी धारकोट-गीड़ ने कहा कि पेयजल योजना क्षतिग्रस्त होने से गांव में पानी की विकट समस्या बनी है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियां झेलनी पड रही है। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान को एक सप्ताह के अन्तर्गत क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को ठीक करने के निर्देश दिये।

फरियादी सुमित्रा देवी व गोदाम्बरी देवी निवासी अमसारी रुद्रप्रयाग ने नगर पालिका का पुश्ता क्षतिग्रस्त होने से उनके आवासीय मकान को खतरा होने की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को एक सप्ताह के अन्तर्गत कार्यवाही करने के निर्देश दिये। फरियादी मंगला देवी निवासी ग्राम बावई ने शिकायत की कि वह निश्रारित अनुसूचित जाति की महिला है और आवासीय भवन न होने के चलते अपनी लडकियों के साथ रह रही है। कहा कि भवन निर्माण के लिए आर्थिक सहायता दी जाय, जिस पर जिलाधिकारी ने एसडीएम सदर और खण्ड विकास अधिकारी को जांच कर नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए। पूरण सिंह निवासी ग्राम जवाड़ी ने बताया कि उनके आवासीय भवन के उपर सार्वजनिक रास्ता है, जिसका पुश्ता क्षतिग्रस्त हो चुका है, ऐसे में कभी उनके भवन को खतरा पैदा हो सकता है, जिस पर जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी जखोली को निर्देश किया कि मनरेगा के तहत एक सप्ताह के भीतर सुरक्षा दीवार का निर्माण करवाया जाय। हरिजन बस्ती कुण्डासैण रतूड़ा के ग्रामीणों ने शिकायत की कि गांव में पेयजल की भारी किल्लत बनी हैं।

दो माह से पेयजल आपूर्ति ठप पडी हुई। कहा कि पूर्व में भी जनता दरबार में शिकायत दर्ज कर चुके है, लेकन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को स्वयं मौके का मुआयना कर समस्या के निस्तारण के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत बिजराकोट के ग्रामीणों ने शिकायत की कि गांव के अंतर्गत सडक निर्माण के चलते विद्युत ट्रांसफार्मर को खतरा बना हुआ है। कहा कि जल्द से जल्द ट्रांसफार्मर को सुरक्षित स्थान पर स्थापित किया जाय। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत को एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही के निर्देश दिए। इस अवसर पर डीएफओ मंयक शेखर, जिला विकास अधिकारी एएस गुंजियाल, सीओ श्रीधर बडोला, सीएमओ डाॅ एसके झा, तहसीलदार श्रेष्ठ गुनसोला, तहसीलदार शालिनी मौर्य, तहसीलदार ऊखीमठ जयराम बधानी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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