पुलिस ने किया चोरियों का ख़ुलासा, अभियुक्तों को भेजा जा रहा जेल
देहरादून। देहरादून में अलग-अलग चोरी की घटनाओं का पुलिस ने ख़ुलासा किया है। पुलिस ने चोरों को जेल भेज दिया है।
राजपुर थाना क्षेत्र में संजीव घिल्डियाल निवासी भागीरथीपुरम राजपुर ने थाना हाजा पर आकर तहरीर दी कि अज्ञात चोरों ने दिन के समय ग्रील उखाड़कर गहने चोरी कर लिये हैं। तहरीर के आधार अज्ञात के खिलाफ मामला पंजीकृत किया गया। वहीं श्रीमती किशवर शेख निवासी धोरण खास थाना राजपुर ने भी थाना हाजा पर आकर तहरीर दी कि अज्ञात चोरों द्वारा दिन के समय जब वह अपने होटल पर काम करने मसूरी गई थी तब अज्ञात चोरों ने खिड़की तोड़कर गहने चोरी कर लिये हैं। मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने जाँच शुरू की।
मुखबिर की सूचना के आधार पर राजपुर पुलिस व SOG टीम ने थाना कैन्ट क्षेत्र में राजा ज्वैलर्स के पास से दो अभियुक्त गण व ज्वेलर्स को चोरी के गहने बेचते व खरीदते गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों से उपरोक्त पुलिस टीमों द्वारा कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होने बताया कि वह दिन के समय कबाड़ बिनने का काम करते हैं व बन्द घरों को चिन्हित करके मौका पाकर उनमें ग्रील या खिड़कियां तोड़ के चोरी करते हैं और चोरी के गहने गोविन्द गढ़ थाना कैन्ट स्थित राजा ज्वैलर्स के मालिक राजा साह को बेचते हैं।
अभियुक्त गणों ने पूछताछ कर बताया कि उनके दो साथी बजरंगी व ननटून भी उनके साथ मिलकर बन्द घरों में चोरी करते हैं वह अभी धोरण खास थाना राजपुर में चोरी के बाद से बिहार भाग गये हैं। पूछताछ पर बताया कि माह मई 2017 में खुड़बुड़ा मौहल्ले में दृगपाल सिंह पुत्र श्बिशन सिंह के घर पर दिन में हुई चोरी को करना भी स्वीकार किया है।
अभियुक्त मोनू ने पूछने पर बताया कि उसने और बंजरगीं व ननटून ने मिलकर वर्ष 2016 में हिंमाचल प्रदेश के शिमला में बन्द घर से 21 लाख रुपये चोरी किये थे, जिसमें मोनू जेल जा चुका है और बंजरगीं व ननटून अभी तक फरार हैं। अभियुक्त लक्ष्मण साहनी उर्फ पकोड़ी ने पूछताछ पर बताया कि वह वर्ष 2014 में थाना कैन्ट से तार चोरी में व वर्ष 2015 में डोईवाला से बन्द घर की चोरी में जेल जा चुका है। थाना राजपुर पुलिस द्वारा अभियुक्त गणों के अन्य पूर्व आपराधिक इतिहास व अन्य घटनाओं में संलिप्ता की जांच की जा रही है।