उत्तराखंड

केदारनाथ आपदा के दौरान चालीस लाख रूपए लेकर फरार हुआ कर्मी पुलिस के हत्थे चढ़ा

मुखबिर की सूचना पर आईएसबीटी देहरादून से पकड़ा
केदारनाथ आपदा के दौरान बुकिंग काउंटर में थी ड्यूटी
चालीस लाख रूपये लेकर फरार हो गया था प्रकाश
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ आपदा के दौरान ड्यूटी से चालीस लाख रूपयों के साथ गायब हुए कनिष्ठ सहायक को स्पेशल टाॅस्क फोर्स एवं पुलिस की टीम ने ढूंढ निकाला है। यह व्यक्ति चार साल से लापता चल रहा था, जिसके गायब होने के बाद परिजनों और जिला प्रशासन को लगा कि यह केदारनाथ आपदा में बह गया है, पुलिस की टीम ने लापता व्यक्ति को आईएसबीटी देहरादून से बरामद किया।

दरअसल, लोक निर्माण विभाग में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात प्रकाश गोस्वामी की ड्यूटी केदारनाथ यात्रा के दौरान प्रीपेड बुकिंग काउंटर की नगदी बैंक में जमा करने के लिए लगाई गई। 16/17 जून को केदारनाथ से आई आपदा में सबकुछ तबाह हो गया, जिसके बाद से श्री गोस्वामी लापता चल रहा था। इसके पास बुकिंग काउंटर के चालीस लाख रूपये भी थे। जिला प्रशासन और परिजनों को लगा कि प्रकाश मंदाकिनी की बाढ़ में बह गया है, लेकिन वह पैंसे लेकर भाग गया था।

घटना के बाद प्रकाश की काफी खोजबीन की गई, मगर उसका कोई पता नहीं चल पाया। विभाग द्वारा भी लापता प्रकाश गोस्वामी की तलाश की गई तथा नोटिस जारी किये गये। इसके बाद प्रकाश गोस्वामी के भाई ने जिला साहसिक खेल अधिकारी के एकाउंट में आठ लाख रूपये जमा करते हुए बताया कि ये रूपये प्रकाश गोस्वामी की अलमारी से मिले हैं और उसका भाई बीस जून 2013 से लापता चल रहा है। ऐसे में खेल अधिकारी को भी शक होने लगा। एक अक्टबूर 2013 को तत्कालीन जिला साहसिक खेल अधिकारी की तहरीर के आधार पर 123/13 धारा 409/420 भादवि के तहत मामला पंजीकृत किया गया।

मुकदमें की विवेचना के दौरान प्रकाश गोस्वामी की काफी तलाश की गई, मगर उसका कई पता नहीं चला। गिरफ्तारी के लिए पहले पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने दो हजार का ईनाम घोषित किया। बाद में पुलिस उप महानिरीक्षक गढवाल ने पांच हजार रूपये का नकद पुरस्कार घोषित किया। इसके बाद सोमवार को मुखबिर ने सूचना दी कि लापता युवक प्रकाश गोस्वामी आईएसबीटी देहरादून के आस-पास घूम रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और युवक को गिरफ्तार किया। पूछताछ पर युवक ने बताया कि घटना के बाद से वह पुलिस के डर के कारण फरार होकर राजस्थान चला गया था और अपनी पहचान छुपाकर अबू रोड़, सिरौही, राजस्थान में होटल चामुण्डा में वेटर का काम कर रहा था।

परिजनों और चित-परिचितों से कोई संपर्क नहीं था। युवक ने बताया कि उसे लगा कि सबको यही लगेगा की वह केदारनाथ आपदा में लापता हो गया है और तलाश भी नहीं की जायेगी। पुलिस की टीम युवक को लेकर मंगलवार को थाना ऊखीमठ पहुंचेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई भी अमल में लाई जायेगी।

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