बोरा गांव में पानी की किल्लत से जनता परेशान
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग
रुद्रप्रयाग। तल्लानागपुर पट्टी के बोंरा गांव में तीन सप्ताह से पानी न आने से ग्रामीण जनता परेशान है। गांव में पर्यटन विभाग के सौजन्य से चार करोड़ के बंगले के निर्माण के साथ ही मां दुर्गा मंदिर सौन्दर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में कार्य में देरी होने के साथ ही ग्रामीण जनता को मीलों का सफर पैदल तय कर पानी ढोना पड़ रहा है।
दरअसल, ग्राम पंचायत बोंरा में रामपुर पंपिग योजना से पानी की सप्लाई की जाती है, लेकिन विगत तीन सप्ताह से योजना पर पानी की बूंद तक नहीं आई है, जबकि तुंगनाथ ग्रेवेटी का पानी एक माह से बंद पड़ा है। रामपुर पंपिंग योजना के कर्मचारी एवं जल निगम के अधिकारियों से पूछे जाने पर लो-वोल्टेज की समस्या बताई जाती है, जबकि तुंगनाथ ग्रेवेटी में बर्फ पड़े होने की बात कही जाती है। जिलाधिकारी को सौंपे पत्र में ग्राम प्रधान बोंरा शुकंन्तला गुंसाई ने कहा कि 37 करोड़ की पंपिंग योजना पर लो-वोल्टेज की बात कहना, हास्यापद है। कहा कि दोनों योजना से पानी न आने पर विभाग की ओर से बिल भेजा जा रहा है।
उपभोक्ता पयेजल समिति बोरा अपनी योजना को सही तरीके से संचालित कर रहा था, लेकिन पानी की किल्लत के कारण दो-दो योजनाओं से ग्रामीण जनता जुड़ी है। अब लगता है कि दोनों ही योजनाएं हटानी होंगी। कहा कि ग्राम पंचायत बोरा में चार करोड़ की लागत से बंगला एवं मंदिर सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है और पानी न आने से कार्य प्रभावित हो रहा है। ग्रामीण प्रेम सिंह, जीतपाल सिंह, कुंवर सिंह, वीरेंद्र सिंह, प्रदीप सिंह, महावीर सिंह, जग्गू लाल, बसंती देवी ने मांग करते हुए कहा कि पंपिंग योजना को जल संस्थान को हस्तान्तरित किया जाय। यदि पन्द्रह जनवरी तक योजना को जल संस्थान के हैंड ओवर नहीं किया गया तो ग्रामीण जनता उपभोक्ता पेयजल समिति को भंग करने को मजबूर हो जाएगी।