उत्तराखंड

उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहा कोरोना ग्राफ, 1358 पहुंचा आंकड़ा..

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1358 हो गई है जबकि 808 केस एक्टिव हैं।

उत्तराखंड : उत्तराखंड में कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच रविवार को राहतभरी खबर भी आई। अस्पतालों में भर्ती 105 मरीज इस बीमारी से जंग जीत कर डिस्चार्ज हुए हैं। राज्य में अब तक 530 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। यही नहीं, रविवार को 1118 नेगेटिव रिपोर्ट भी प्राप्त हुई हैं। कोरोना संक्रमण के पौने तीन माह के सफर में यह तीसरा मौका है, जबकि एक ही दिन में सौ से ज्यादा मरीज ठीक होकर घर लौटे हैं। इस बीच, 50 और लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को डिस्चार्ज किए गए 105 मरीजों में सबसे ज्यादा 64 लोग टिहरी जनपद से हैं। अल्मोड़ा से 13, देहरादून से 11, उत्तरकाशी से 10 और हरिद्वार से सात लोग स्वस्थ हुए हैं। पूरे दिनभर में 1168 सैंपल की जांच रिपोर्ट मिली है, जिनमें 1118 की रिपोर्ट नेगेटिव और 50 पॉजिटिव हैं। संक्रमण के सर्वाधिक 27 मामले जिला हरिद्वार से हैं। इनमें एक नारसन बॉर्डर पर तैनात रहे पुलिसकर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबकि बीस महाराष्ट्र, तीन दिल्ली और गाजियाबाद से लौटे एक व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई है। दो अन्य पूर्व में संक्रमित मिले व्यक्ति के संपर्क में आए लोग हैं।

एम्स ऋषिकेश में मां का इलाज कराने पहुंचे नोएडा के एक चिकित्सक, उनकी मां, चंद्रबनी और पटेलनगर निवासी दो आढ़ती, टर्नर रोड निवासी एक महिला, बल्लूपुर निवासी बुजुर्ग, प्रेमनगर का कपड़ा व्यापारी, नवादा निवासी एक गर्भवती व कारगी निवासी एक बैंक कर्मी सहित दस और लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

बागेश्वर में जिन छह लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव है उनमें चार मुंबई व एक व्यक्ति दिल्ली से लौटा है। जबकि एक अन्य पूर्व में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है। नैनीताल में फरीदाबाद व दिल्ली से लौटे दो लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। टिहरी में कोरोना पॉजिटिव तीन लोग मुंबई से लौटे हैं। उत्तराखंड में अभी तक 1358 मामलों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिनमें 530 स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में 808 एक्टिव केस हैं। छह मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं। जबकि, कोरोना संक्रमित चौदह लोगों की मौत भी हो चुकी है।

हल्द्वानी पहुंचते-पहुंचते 56 सैंपल हो गए खराब…

सीमांत जिले से कोरोना की जांच के लिए भेजे गए 56 सैंपल जांच से पहले ही बेकार हो गए। स्वास्थ्य विभाग ने अब दोबारा संबंधित व्यक्तियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। तापमान में अंतर को सैंपलों के खराब होने का कारण बताया गया है। जिले के क्वारंटाइन सेंटरों में रखे गए 58 लोगों के सैंपल कोरोना जांच के लिए हल्द्वानी एसटीएच भेजे गए थे। लैब में पहुंचने पर बताया गया कि ये सैंपल खराब हो चुके हैं। सैंपलों के रंग लैब में पहुंचने तक बदल गए, जिनकी जांच संभव नहीं थी।

लैब ने इन्हें रद कर इसकी सूचना पिथौरागढ़ स्वास्थ्य विभाग को दे दी। स्वास्थ्य विभाग ने सभी 56 लोगों के सैंपल दोबारा एकत्र कर जांच के लिए भेज दिए हैं। कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. राजेश ढकरियाल ने बताया कि सैंपलों को भेजने में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। पिथौरागढ़ और हल्द्वानी के तापमान में अंतर के कारण कुछ सैंपलों के रंग बदल गए थे। सभी सैंपल दोबारा एकत्र कर हल्द्वानी भेज दिए गए हैं।

व्यक्ति का दोबारा होगा टेस्ट…

प्रेमनगर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव आए व्यक्ति का दोबारा कोविड टेस्ट होगा। प्रेमनगर के थानाध्यक्ष धर्मेद्र रौतेला ने बताया कि व्यक्ति ने निजी लैब से टेस्ट करवाया है। इसलिए उसका दोबारा टेस्ट होगा। व्यक्ति 20 दिन पहले पंजाब गया था, लेकिन 24 घंटे में वापस आ गया था। अब व्यक्ति के अंदर लक्षण दिख रहे हैं। वह शुगर का मरीज है।

कोरोना संक्रमण अब तक

कुल रिपोर्ट मिली 1168

रिपोर्ट आईं नेगेटिव 1118

लोग मिले संक्रमित 50

मरीज किए डिस्चार्ज 105

मरीजों की मौत 02

कुल कोरोना संक्रमित 1358

एक्टिव केस हैं प्रदेश में 808

कोरोना से संक्रमित दो बुजुर्गों की मौत

उत्तराखंड में रविवार को कोरोना संक्रमित दो बुजुर्गो की मौत हो गई। इनमें उप्र के मुरादाबाद निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग की दून मेडिकल कालेज और हल्द्वानी निवासी 79 वर्षीय बुजुर्ग की सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में इलाज के दौरान मौत हुई।

मुरादाबाद के बुजुर्ग को पांच जून को देहरादून में जोगीवाला स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार को कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। सीएमओ डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि बुजुर्ग को शनिवार देर रात दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आइसीयू में भर्ती कराया गया था। कुछ देर बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया। वह सुरजनगर, ठाकुरद्वारा (मुरादाबाद) के मिठाई विक्रेता थे। वह अप्रैल माह में गिर गए थे और उनके सिर में गंभीर चोट आई थी। वहीं पर उनके दिमाग की सर्जरी की गई थी। उन्हें यहां गंभीर स्थिति में पांच जून को भर्ती कराया गया था। मुरादाबाद की एक निजी लैब से उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव थी।

यहां निजी अस्पताल में भर्ती होने पर उनकी दोबारा जांच कराई गई। जिसमें कोरोना की पुष्टि हुई। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने बताया कि मृतक के बेटे को कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती कर लिया गया और उनकी भी जांच कराई जा रही है। 24 घंटे में देहरादून में यह दूसरी मौत है। उधर, हल्दूचौड़ निवासी बुजुर्ग कैंसर से जूझ रहे थे। सुशीला तिवारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि बुजुर्ग की कोरोना जांच रिपेार्ट दिल्ली में पॉजिटिव आई थी। रविवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया।

चिकित्सक समेत तीन क्वारंटाइन…

कैलाश अस्पताल के निदेशक पवन शर्मा का कहना है कि आइसोलेशन वार्ड और आइसीयू में कोरोना के लिहाज से पूरी एहतियात बरती जा रही है। सभी पीपीई किट पहनकर इलाज कर रहे हैं। फिर भी बुजुर्ग का इलाज करने वाले एक डॉक्टर और दो अन्य स्टॉफ को क्वारंटाइन कर दिया गया है।

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