उत्तराखंड

पूर्वी बांगर क्षेत्र में फैली समस्याओं को लेकर जनता करेगी आंदोलन..

ग्रामीणों ने दी बीस फरवरी से धरना प्रदर्शन की चेतावनी..

जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन..

रुद्रप्रयाग: विकास की मुख्य धारा से कोसों दूर पूर्वी बांगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में सरकार के अलावा स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि यदि शीघ्र ही पूर्वी बांगर क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं के निराकरण के अलावा बधानी भुनालगांव मोटरमार्ग का कार्य शुरू नहीं किया गया तो क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं जनता जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन करेगी। साथ ही क्षेत्रीय जनता ने पूर्वी बांगर क्षेत्र की समस्याओं को लेकर भेड़ारु तोक में बीस फरवरी से धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में पूर्वी बांगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने कहा कि पूर्वी बांगर क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से दूर हैं। सरकार के अलावा प्रशासन का क्षेत्र की ओर कोई ध्यान नहीं है।

 

मोटरमार्ग, स्वास्थ्य, संचार एवं शिक्षा के क्षेत्र में पूर्वी बांगर क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। ऐसे में क्षेत्र की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। क्षेत्रीय जनता और जनप्रतिनिधि कई बार समस्या से नेता और अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं, लेकिन सुध लेने को कोई तैयार नहीं है। ग्राम प्रधान भुनालगांव श्रीमती सिमरन बैरवान ने कहा कि बधाणीताल से भुनालगांव मोटरमार्ग का विस्तारीकरण, छेनागाड़ से भुनालगांव मोटरमार्ग पर काठपुलिया तोक से भड़कनी गदेरा मार्ग को वन विभाग से लोनिवि को स्थानांतरण करना, भड़कनी गदेरा में शीघ्र मोटरपुल निर्माण, भड़कनी गदेरा से भेड़ारु अनुसूचित बस्ती तक मोटरमार्ग का डामरीकरण, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों की नियुक्ति, क्षेत्र के विद्यालयों में रिक्त चल रहे अध्यापकों के पदों पर नियुक्ति सहित अन्य मांगों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं होती है तो जिला मुख्यालय में क्षेत्र की जनता एवं जनप्रतिनिधि धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।

 

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी उक्त मांगों के निराकरण को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया था, लेकिन कोई भी सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई। जिस कारण क्षेत्रीय जनता एवं जनप्रतिनिधियों ने बीस फरवरी से भुनालगांव मोटरमार्ग के अंतिम छोर पर धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है। इसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती है तो भूखहड़ताल शुरू की जाएगी। ज्ञापन में छात्र नेता आलोक नेगी, कैलाश बैरवान, संदीप रावत, गिरीश बैरवान आदि के हस्ताक्षर मौजूद हैं।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top