मद्महेश्वर मेले को राज्य स्तरीय घोषित करने की मांग , पूर्व जिपंअ ने सीएम को भेजा ज्ञापन
रुद्रप्रयाग। भगवान मदमहेश्वर की उत्सव डोली के धाम से ऊखीमठ आगमन पर लगने वाले त्रिदिवसीय मद्महेश्वर मेले एवं देवरियाताल महोत्सव को स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने राज्य स्तरीय मेला घोषित करने की गुहार सीएम से लगाई है, जिससे क्षेत्र में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले मेलों को संरक्षण प्राप्त हो सके।
देवरियाताल विकास महोत्सव समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चंडी प्रसाद भटट ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भेजे ज्ञापन में कहा कि पर्यटक स्थल देवरियाताल को सेंचुरी वन अधिनियम व इको सेंसटिव जोन से पृथक रखा जाय, ताकि देवरियाताल का समुचित विकास हो सके। ऊखीमठ, मनसूना, सारी से देवरियाताल एवं देवरियाताल से चोपता, तुंगनाथ पर्यटक स्थलों को रज्जू मार्ग से जोड़ा जाय। राजकीय महाविद्यालय विद्यापीठ में मुख्य भवन का निर्माण करने, देवरियाताल-दुगलबिटटा-चोपता-तुंगनाथ-कार्तिक स्वामी को पर्यटन सर्किट से जोड़ने, तुंगनाथ घाटी में हटाए गए होटल, ढाबों व टैंट स्वामियों के राजस्व ग्राम तुंगनाथ, चोपता, बनियाकुंड, पनेर समेत कई स्थानों पर इको डेवलपमेंट कमेटी का गठन कर बेरोजगारों को रोजगार से जोड़़ने, ऊखीमठ-पिंगलापानी पेयजल योजना के पुर्नगठन के लिए बजट की स्वीकृति देने, काकडागाड-पठाली-तोडीडाली मोटरमार्ग का निर्माण करने की मांग भी की।
कहा कि मांगों के संबंध में पूर्व में कई बार शासन-प्रशासन एवं संबंधित विभागों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। श्री भट्ट ने सभी मांगों पर अपने स्तर से उचित कार्रवाई करने की मांग की है।