उत्तराखंड

माँ पिता के लिये छोडा घर, क्षेत्र में हो रहीं युवक की सहारना

रुद्रप्रयाग गुप्तकाशी के युवक की अनोखी पहल! खुद घर को छोड़ा, माँ पिता

रुद्रप्रयाग- होनहारों की तो देवभूमि में कोई कमी ही नहीं है। जहां नजर डालेंगे वहां आपको एक नया होनहार मिलेगा और हौसले ऐसे कि उम्मीद भी खुद चलकर पहाड़ियों से उनकी रज़ा पूछती है। उम्मीद नहीं बल्कि भरोसे का नाम है पहाड़ी। एक पहाड़ी ने जो किया है, उसके बारे में जानकर आप उसे दिल से सलाम करेंगे। जी आज हम आज बात कर रहें है गुप्तकाशी के सांकरी गाँव के युवा भूपेंद्र सिंह राणा की। गुप्तकाशी से कनिष्क ब्लाक प्रमुख शैलेन्द्र सिंह कोटवाल जी ने बताया की आज एक युवक ने अपने माता पिता के लिए घर छोड़ दिया है।

कोरोना वायरस के चलते राज्य से बाहर या राज्य में फंसे हुये सभी लोगों को घर पहुँचाया जा रहा है। पुष्कर सिंह राणा और उनकी पत्नी इंद्रा देवी जी भी दवाई और स्वास्थ्या परीक्षण के लिये देहरादून पहुंचे थे और लॉकडाउन में फंस गये थे। अब घर वापसी के तहत देहरादून से अपने गाँव सांकरी पहुंचे है। जैसे की सबको पता है घर पहुँचने के बाद सभी लोगों को क्‍वारंटाइन किया जा रहा है। अपने पिताजी की तबीयत और उम्र को लेके और क्‍वारंटाइन करने की बात से भूपेंद्र काफी परेशान थे तब उन्होंने फैसला लिया की वो खुद घर को छोड़ कर माँ पिताजी को होम-क्‍वारंटाइन करेंगे, जी बिल्कुल ये नियम भी है अगर आपके पास घर में बिल्कुल अलग रहने खाने की व्यवस्था है तो आप खुद को होम-क्‍वारंटाइन कर सकते है। अब भूपेंद्र खुद दूसरों के घर पर रह रहें है। पुरे गुप्तकाशी क्षेत्र में भूपेंद्र सिंह राणा के इस फैसले से उनकी सराहना हो रही है आखिर माँ बाप की सेवा से बड़ा क्या हो सकता है। कुल मिलाकर कहें तो उत्तराखण्ड में सपूतों की कोई कमी नहीं है।

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