चुनौतियों के बावजूद भी डटकर जुटे हैं पुलिस जवान….
केदारनाथ में दो फीट से अधिक जमी है बर्फ….
रुद्रप्रयाग। जिले में मौसम के करवट बदलते ही ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फवारी होने लगी है, जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश होने से मौसम खुशनुमा बना है। बारिश होने से लोगों के चेहरे भी खिल उठे हैं। जहां काश्तकार बारिश को लाभकारी बता रहे हैं, वहीं लोगों को ठंड से भी निजात मिली है। केदारनाथ धाम में विगत दिनों से लगातार रूक-रूक कर बर्फवारी होने पर लगी है, जिससे धाम में दो फीट से अधिक तक बर्फ जम चुकी है। भारी बर्फवारी के बीच पुलिस के जवान मुस्तैदी से डटे हुए हैं और केदारनाथ धाम की सुरक्षा से लेकर मजदूरों की मदद कर रहे हैं।
जिले में नये वर्ष के आगमन से लेकर अब तक कई बार बर्फवारी और बारिश हो चुकी है। एक समय ऐसा भी था जब लोगों को बारिश और बर्फवारी के दीदार करना मुश्किल हो गया था। फिर अचानक से मौसम के करवट बदलते ही बारिश और बर्फवारी दोनों के ही दीदार होने लगे हैं। केदारनाथ में विगत दिनों से रूक-रूककर बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के कारण केदारनाथ में पारा लुढ़क गया है, जिस कारण धाम में ठंड बढ़ गई है। धाम में अभी तक दो फीट से अधिक बर्फ गिर चुकी है। निचले क्षेत्रों में बारिश होने से काश्तकारों के मुर्झाये चेहरों पर मुस्कान लौट आई है। बारिश न होने से सूखे के आसार बने थे और फसल को भी नुकसान हो रहा था, मगर बारिश के दस्तक देने से किसानों में भी खुशी लौट आई है। गेहूं, मटर, सरसों आदि की फसलों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
केदारनाथ के अलावा द्वितीय केदार मदमहेश्वर, शिव-पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में भी जमकर बर्फबारी हो रही है। पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि केदारनाथ धाम में विगत दिनों से लगातार रूक-रूक बर्फवारी हो रही है। बर्फवारी होने से धाम में दो फीट से ज्यादा बर्फ जम चुकी है। बर्फ गिरने से पुनर्निर्माण कार्य करना भी मुश्किल हो रहा है। पुलिस से जवान भारी बर्फवारी के बीच ड्यूटी दे रहे हैं। साथ ही मजदूरों की मदद में भी जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में निर्माणदायी संस्थाओं के साथ-साथ पुलिस के जवान भी अनवरत रूप से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।
केदारनाथ धाम में काफी बर्फवारी हो रही है, बावजूद इसके धाम में नियुक्त पुलिस बल द्वारा अपने कर्तव्यों का ईमानदारी के साथ पालन किया जा रहा है। मन्दिर सुरक्षा को लेकर हर दिन गस्त की जाती है और साथ ही पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों की मदद में भी पुलिस की टीम आगे रहती है।