उत्तराखंड

कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए जन जागरूकता जरूरी: मंगेश

कन्या भ्रूण हत्या रोकन के लिए जन जागरूकता जरूरी , जिला सलाहकार समिति पीसीपीएनडीटी की बैठक

रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल की अध्यक्षता में जिला सलाहकार समिति पीसीपीएनडीटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिले में मौजूदा लिंगानुपात को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या को पूर्ण रूप से रोकने के लिए अधिक से अधिक जनजागकरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जांए। उन्होंने कहा कि जिले में आयोजित होने वाले मेलों के साथ ही सभी सरकार और गैर सरकारी कार्यक्रम में कन्या भूण हत्या के प्रति लोगों को जागरूक करें।

बैठक में जिलाधिकारी ने गिरते हुए लिंगानुपात को देखते हुए बेटी बचाओ, बेटी पढाओं कार्यक्रम के तहत जनपद में व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए तीर्थ पुरोहित, आचार्यगणों तथा कुल पुरोहितों के साथ समन्वयक स्थापित कर जनजागरूकता फैलाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बैठक में तीर्थ पुरोहितों व आचार्यगणों को इसलिए बुलाया गया है कि वह समाज के भीतर कन्या भूण हत्या को पूर्णतया रोकने के लिए अपना सहयोग दें। कहा कि यदि पूर्ण सहयोग मिलता है तो हम गिरते लिंगानुपात को रोकने में अधिक से अधिक सफलता हासिल कर सकते है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव तक जनजागरूकता कार्यक्रम चलाए, एएनएन व आशाओं के जरिए कन्या भू्रण हत्या के प्रति ग्रामीण स्तर पर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें।

इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी एसके झा ने बताया कि जिले में कन्या भू्रण हत्या पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने और बालिकाओं के प्रति समाज की सोच बदलने के लिए बेहतर कार्य करने वाली बालिकाओं की टोली बनाई गई हैं, जिसमें सात बालिकाओं को शामिल किया गया है। जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य किए हैं। प्राइवेट नर्सिंग होम बोहरा नर्सिंग होम और जनकल्याण हास्पिटल में एक्टिव ट्रेकर स्थापित किए जा चुके हैं। जिला चिकित्सालय और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जखोली में स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कन्या भू्रण हत्या को लेकर जनजागरूकता के लिए सभी चिकित्सा इकाईयों पर गुडडा गुडिया बोर्ड लगाए गए है। इसके साथ ही जिला सलाहकार समिति पीसीपीएनडीटी के सदस्यों द्वारा अपने स्तर से समय-समय पर बेटी बचाओ, बेटी बढाओं के प्रति आम जनमानस के बीच जागरूकता पैदा की जा रही है, जबकि राष्ट्रीय बालिका दिवस पर नवजात बालिका शिशुओं का स्वागत भी किया जाता है। उन्हांेने बताया कि जिले में आयोजित होने वाले विभिन्न मेलों में नुक्कड नाटक, स्टाल, बैनर व पाम्पलेट के जरिए लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढाओं के प्रति जानकारी दी जाती है।

बैठक में विधायक भरत सिंह चौधरी, सीडीओ एनएस रावत, उप जिलाधिकारी देवानंद, सीओ श्रीधर बडोला, तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती, व्यास आचार्य दीपक नौटियाल व विलोचन भट्ट, गंगा आरती समिति के अध्यक्ष कुवंर सिंह रावत, एडवोकेट अरूण बाजपेयी, समाजिक कार्यकर्ती डाॅ हेमा पुष्पवान, योग प्रशिक्षक संतोष बर्थवाल, जिला पंचायत सदस्य सुलोचना मंगवाल सहित विभागीय अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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