खांकरा को राजमार्ग से जोड़े रखने को संयुक्त टीम से सर्वे कराने की मांग
खांकरा गदेरे में तीसरे पुल के निर्माण पर ग्रामीणों को आपत्ति
चारधाम परियोजना संघर्ष समिति की बैठक में सर्वसम्मिति से प्रस्ताव हुए पारित
रुद्रप्रयाग। चारधाम परियोजना संघर्ष समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि सिरोबगड बाईपास से प्रभावित खांकरा गदेरे में प्रस्तावित तीसरे पुल को निरस्त कर खांकरा के समीप मौजूदा राजमार्ग से जोड़ दिया जाय। साथ ही इस मामले में एक शिष्टमंडल जल्द ही केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से मुलाकात करेगा।
बच्छणस्यूं पट्टी की ग्राम पंचायत खांकरा में प्रधान प्रदीप मलासी की अध्यक्षता में संपन्न हुई चारधाम परियोजना संघर्ष समिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर खांकरा गदेरे में तीसरे पुल के निर्माण पर ग्रामीणों को आपत्ति है। बैठक में स्थानीय लोगों ने मांग करते हुए कहा कि शासन, एनएच की तकनीकी टीम, स्थानीय जनप्रतिनिधि और उनके तकनीकी सदस्यों की एक संयुक्त टीम मौके पर पुनः सर्वे करे। इसके बाद ही आगे की कार्यवाही की जाय।
बच्छणस्यूं राष्ट्रीय राजमार्ग संघर्ष समिति के अध्यक्ष दिगम्बर प्रसाद नौटियाल, सामाजिक कार्यकर्ता बुद्धिबल्लभ ममगाई, तुँगेश्वर दत्त बहुगुणा ने कहा कि पूर्व में किया गया सर्वेक्षण स्थानीय लोगों को विश्वास में लिए बिना किया गया। हमारी मांग है कि जिलाधिकारी के पत्र के अनुसार जिला प्रशासन, एनएच और स्थानीय लोगों की संयुक्त टीम से संयुक्त सर्वेक्षण कराया जाय। इस सम्बंध में जल्द जिलाधिकारी से भी वार्ता की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए ग्राम प्रधान प्रदीप मलासी ने कहा कि एनएच को तीसरे पुल का निर्माण करना ही है तो खांकरा बाजार में तीसरे पुल का निर्माण किया जा सकता है। प्रस्तावित तीसरे पुल के कारण खांकरा के साथ ही पूरी बच्छणस्यूं पट्टी अलग-थलग पड़ जाएगी। बच्छणस्यूं पट्टी को अलग-थलग करने की कोशिश की गई तो ग्रामीण आंदोलन खड़ा करेंगे।
वरिष्ठ पत्रकार एवं मंच के सदस्य रमेश पहाड़ी और जन अधिकार मंच के सदस्य अधिवक्ता केपी ढ़ौंडियाल ने कहा कि हमारी इन मुद्दों को लेकर सांसद बीसी खंडूरी, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक और राज्य सभा सांसद प्रदीप टमटा से भी वार्ता हुई है। जल्द सांसदों के साथ केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की जाएगी।
चारधाम परियोजना संघर्ष समिति जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि स्थानीय लोगों की आम सहमति के बाद ही अग्रिम रणनीति पर विचार होगा। इस पूरे मामले में एनएच के अधिकार ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं। जन अधिकार मंच और संघर्ष समिति इस लड़ाई में स्थानीय लोगों के साथ है।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णानंद डिमरी, जनाधिकार मंच के लीगल एडवाइजर प्यार सिंह नेगी, केशव नौटियाल, तरुण पंवार, गढ़वाल विवि के पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष अजय पुंडीर, अजीत नौटियाल, मनोज कुमार, बदरी दत्त ममगाई, शैलेश चंद्र ममगाई, नितिन ममगाई, सुरेंद्र जोशी, सतीश रतूड़ी, पूर्व प्रधान हरीश चंद्र डोभाल, ओमकार नौटियाल, विशालमणि रतूड़ी, पुष्पा नंद, सिद्धी देवी, दुर्गा देवी, शकुंतला देवी, मीना देवी, मंजू देवी, दयाराम, आरती देवी, गीता देवी, रजेश्वरी देवी, विधानी लाल, दिनेश चंद्र समेत अन्य कई ग्रामीण मौजूद थे।