उत्तराखंड

तकनीकी संस्थानों को बंद करने के खिलाफ कलक्ट्रेट पर दिया धरना..

एक माह के भीतर कार्रवाई न होने पर आंदोलन करेगा मंच…

जन अधिकार मंच ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन….

रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जनपद में तकनीकी और व्यावसायिक संस्थानों को बंद करने सहित जिले की ज्वलंत समस्याओं को लेकर जन अधिकार मंच ने कलेक्ट्रेट में धरना दिया। मंच ने एक माह के भीतर विभिन्न मांगों पर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस मौके पर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।

धरना स्थल पर सभा की अध्यक्षता करते हुए जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी और महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सरकार लगातार तकनीकी संस्थानों को बंद कर रही है।जनपद रुद्रप्रयाग में आईटीआई चिरबिटिया, अगस्त्यमुनि और बसुकेदार पर बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही राजकीय पालीटैक्निक संस्थान जखोली और चोपता पर भी बंदी की तलवार लटक गई है। ऐसे रोजगारपरक संस्थानों को बंद होने से बचाया जाना बहुत जरूरी है। इसके लिये जनता को लड़ाई लड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय कृषि महाविद्यालय चिरबिटिया के आधे-अधूरे भवन का निर्माण कार्य पूरा किया जाय और इसका विधिवत संचालन टिहरी के बजाय रुद्रप्रयाग जनपद से किया जाय।इसके अलावा रुद्रप्रयाग महाविद्यालय के आधे-अधूरे भवनका निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाय। रुद्रप्रयाग महाविद्यालय में एमए और जखोली में विज्ञान संकाय की स्थापना की जाय।

मंच के संस्थापक सदस्य रमेश पहाड़ी, केपी ढोंडियाल, मगनानंद भट्ट ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थान बंद नहीं होने चाहिए। सरकार पर तकनीकी संस्थानों, महाविद्यालय के भवनों के निर्माण के लिए दबाव बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड 19 के कारण शहरों से आए हुए प्रवासियों को उनके कौशल और रूचि के अनुसार कारगर स्वरोजगार कीव्यवस्था की जाय।पहाड़ के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि काश्तकार सुअर और बंदरों के नुकसान से त्रस्त हैं। जिससे काश्तकार अपनी खेती-किसानी नहीं कर पा रहा है। ऐसे में उसका मनोबल गिर रहा है। बंदर और सुअरों से निजात पाने के लिए प्रत्येक गांव की खेती को तारबाड़ से सुरक्षित किया जाय। साथ ही क्षतिग्रस्त नहर-गूलों की मरम्मत करवाई जाए जहां आवश्यकता है वहां नई नहर बनाई जाय। ताकि समुचित सिंचाई की व्यवस्था हो सके।

सह कोषाध्यक्ष कृष्णानंद डिमरी, भगत चौहान और वीरेंद्र नेगी ने कहा कि पट्टी भरदार तथा पट्टी सिलगढ़ में लंबे समय से भरदार पेयजल योजना और तैला-सिलगढ़ पेयजल योजना में फेज-टू स्तर का कार्य लंबित पड़ा हुआ है। इस पर अविलंब निर्माण कार्य शुरू होना चाहिए।
जनहित में अविलंब धनराशि अवमुक्त करते हुए योजना शुरू की जाय। साथ ही रुद्रप्रयाग नगर और सुमाड़ी भरदार में पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है।
कोषाध्यक्ष बुद्धिबल्लभ ममगाई, विधि सलाहकार प्यार सिंह नेगी ने कहा कि रुद्रप्रयाग जनपद के अंदर खांकरा से सुमेरपुर तक जमीनके अंदर रेल लाइन की सुरंग निर्माण में भारी-भरकम विस्फोटक सामग्री का उपयोग हो रहा है। जिससे कभी भी खतरा पैदा हो सकता है। विस्फोट के बजाय हाईटेक तकनीकी से सुरंग का निर्माण किया जाय।इसके साथ ही रेलवे में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाय।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट और सामाजिक कार्यकर्ता विनोद कप्रवान ने धरना स्थल पर पहुँचकर समर्थन दिया और कहा कि जन अधिकार मंच जिले की समस्याओं को लेकर निरंतर संघर्षरत है। यह जनपद के लिए सौभाग्य की बात है। आज के दौर सामाजिक संगठनों की जरूरत है।

इस मौके पर हर्षवर्धन सती, मनोज जग्गी, जगन्नाथ रावत, बलवंत सिंह रावत, गोविंद प्रसाद मैठाणी, कुंवर सिंह गुनसोला, विनोद, केशवानंद डिमरी, विपिन मैठाणी, ग्राम प्रधान मुन्नादेवल पूनम मैठाणी, रामेश्वरी देवी समेत अन्य लोग मौजूद थे।
सभा का संचालन महामंत्री अशोक चौधरी ने किया।

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