उत्तराखंड

अब उत्तराखंड में ड्रोन की उड़ान से पूरी होगी युवाओं के सपनों की उड़ान..

अब उत्तराखंड में ड्रोन की उड़ान से पूरी होगी युवाओं के सपनों की उड़ान..

10वीं पास भी उठा सकते हैं मौके का फायदा..

अब तक 1500 को दे चुका आईटीडीए प्रशिक्षण..

 

 

 

 

 

 

 

आईटीडीए ने अभी तक 1500 से अधिक सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा आम युवाओं को ड्रोन का प्रशिक्षण दिया गया है। अब प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से ड्रोन प्रशिक्षण की राह सबके लिए पूरी तरह से खुल चुकी है। जिसके लिए आईटीडीए कई ड्रोन फेस्टिवल भी करा चुके हैं। आईटीडीए के निदेशक अमित सिन्हा का कहना हैं कि उम्र नहीं है आड़े, सीखें ड्रोन संचालन अभी जो दो प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं, उनमें किसी भी आयु के लोग आकर प्रशिक्षण ले सकते हैं।

 

उत्तराखंड: प्रदेश के युवाओं के सपनों की उड़ान अब पूरी करेगी ड्रोन की उड़ान। इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) पिथौरागढ़ और ऋषिकेश में प्रशिक्षण केंद्र खोलकर शुरुआत कर दी है। जल्द ही अन्य शहरों में भी ऐसे केंद्र खोले जाएंगे। आपको बता दे कि ड्रोन की तकनीकी लगातार आगे बढ़ रही है। इसके विकास के साथ ही पहाड़ में भी इसकी जरूरतें तेजी से बढ़ती जा रही हैं। फिर चाहे पर्यटन का क्षेत्र हो या लोगों की मूलभूत सुविधाओं का। पिछले दिनों एक निजी कंपनी ने उत्तरकाशी से देहरादून तक ड्रोन से सैंपल मंगाकर इसकी महत्ता भी दिखा दी है। इस जरूरत को समझते हुए आईटीडीए ने युवाओं को ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देने की मुहिम शुरू की है। इसके तहत पिथौरागढ़ और ऋषिकेश में आईटीडीए ने दो प्रशिक्षण केंद्र खोले हैं। इन केंद्रों पर किसी भी आयु वर्ग के 10वीं पास से ऊपर के युवा प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं।

आपको बता दे कि अभी तक 1500 से अधिक सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा आम युवाओं को ड्रोन का प्रशिक्षण दिया गया है। अब प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से ड्रोन प्रशिक्षण की राह सबके लिए पूरी तरह से खुल चुकी है। जिसके लिए आईटीडीए कई ड्रोन फेस्टिवल भी करा चुके हैं। आईटीडीए के निदेशक अमित सिन्हा का कहना हैं कि उम्र नहीं है आड़े, सीखें ड्रोन संचालन अभी जो दो प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं, उनमें किसी भी आयु के लोग आकर प्रशिक्षण ले सकते हैं। लेकिन इसके लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 10वीं पास होना जरूरी है।उनका कहना हैं कि एक बेहद मामूली शुल्क पर ड्रोन के संचालन से जुड़ी सभी बारीकियां सिखाई जा रही हैं। ड्रोन के संचालन और रखरखाव से जुड़ी सभी बारीकियां सीखने के बाद युवा खुद के ड्रोन खरीदकर पर्यटन के क्षेत्र में फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। वह शादी समारोह में भी ड्रोन से वीडियोग्राफी-फोटोग्राफी की सुविधा दे सकते हैं। आम तस्वीरों के बजाए ड्रोन से पर्यटकों के लिए ऐसी तस्वीरें लेकर बेहतर पैसा कमा सकते हैं। जिससे निश्चित तौर पर इन प्रशिक्षण केंद्रों से प्रदेश के युवाओं के लिए स्वरोजगार की एक राह खुलेगी।

 

 

 

 

 

 

 

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