अतिथि शिक्षकों के पद रिक्त न माने जाने पर राशिसं नाराज..
रुद्रप्रयाग। राजकीय शिक्षक संघ ने पदोन्त प्रवक्ताओं की काउंसलिंग में अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्त न माने जाने पर विरोध व्यक्त किया है। आक्रोशित शिक्षक संघ ने शासनादेश के बिंदु संख्या-3 को लेकर मुख्य शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन देते हुए विरोध जताया है। साथ ही इसे सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के खिलाफ बताया।
मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए ज्ञापन में राशिसं के जिलाध्यक्ष आनंद जगवाण ने कहा कि सरकार द्वारा अतिथि शिक्षकों के पदों को रिक्त न माना जाना सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के विपरीत है साथ ही वर्षो से दुर्गम क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों के साथ धोखा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा शिक्षकों के साथ किए जा रहे इस अन्यायपूर्ण फैसले का जमकर विरोध किया जाएगा। जब तक सरकार ने यह निर्णय वापस नहीं लिया राशिसं विरोध करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के हितों के लिए यदि आंदोलन करना पड़े तो वह तैयार रहेंगे। साथ ही न्यायालय जाने को भी मजबूर होंगे। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष आनंद जगवाण के साथ जखोली ब्लॉक के मंत्री जगदम्बा चमोली, सुशील गैरोला, उपाध्यक्ष उत्तम सिंह चैधरी आदि शामिल है।