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पीएम नरेंद्र मोदी बोले : ‘GST गुड एंड सिंपल टैक्स है’, भाषण की 10 खास बातें

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बहुप्रतीक्षित जीएसटी समारोह पर पीएम मोदी ने कहा कि यह किसी एक दल या एक सरकार की सिद्धि नहीं है बल्कि हम सबकी साझी विरासत है.

नई दिल्ली: बहुप्रतीक्षित जीएसटी समारोह का आगाज हो गया है. शुरुआत में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सदन को संबोधित किया. अपने भाषण में जेटली ने कहा कि हम जीएसटी लॉन्च करके इतिहास रचने जा रहे हैं. भारत नई विकास यात्रा की शुरुआत करेगा. जीएसटी न्यू इंडिया की शुरुआत करेगा जिसका लक्ष्य एक राष्ट्र एक कर होगा. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सदन को संबोधित किया. आइये एक नजर उनके भाषण की 10 खास बातों पर डालते हैं :

1. हम किसी नए मोड़ पर जाते हैं तो नए मुकाम की ओर पहुंचने का प्रयास करते हैं. आज इस मध्‍य रात्रि के समय हम सब मिलकर देश का आगे का मार्ग सुनिश्चित करने जा रहे हैं. कुछ देर बाद देश एक नई व्‍यवस्‍था की ओर चल पड़ेगा. सवा सौ करोड़ देशवासी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी हैं. जीएसटी की यह प्रक्रिया सिर्फ अर्थव्‍यवस्‍था के दायरे तक सीमित नहीं है.

2. यह जो रास्‍ता हमने चुना है जिस दिशा को हमने चुना है, यह किसी एक दल या एक सरकार की सिद्धि नहीं है, यह हम सबकी साझी विरासत है.

3. आज रात को 12 बजे हम सेंट्रल हॉल में एकत्रित हुए हैं. यह वह स्‍थान है जिसे देश के महान राजनेताओं ने सुशोभित किया है. हम उस स्‍थान पर बैठे हैं जहां संविधान सभा की पहली बैठक हुई. पंडित नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल, बाबा साहब अंबेडकर, सरोजनी नायडू जैसे नेता यहां मौजूद रहे. इसी तरह 14 अगस्‍त 1947 की ऐतिहासिक रात का यह हाल हिस्‍सा रहा है. मुझे नहीं लगता कि जीएसटी के लिए इस स्‍थान से बढ़कर कोई और महत्‍वपूर्ण स्‍थान हो सकता है.

4. जीएसटी एक लंबी विचारप्रक्रिया का परिणाम है. जीएसटी टीम इंडिया की सामर्थ का परिचायक है. मैं जीएसटी काउंसिल को बधाई देता हूं. इस प्रक्रिया को जिन जिन लोगों ने आगे बढ़ाया उन स्‍भी को बधाई देता हूं. यह संयोग है कि गीता के भी 18 अध्‍याय थे और जीएसटी काउंसिल की भी 18 बैठकें हुई.

5. राज्‍यों के अपने संशय थे लेकिन हम इन सबका समाधान तलाशकर आगे बढ़े.जिस तरह से सरदार बल्लभ भाई पटेल ने
रियासतों के एकीकरण का काम किया था, उसी तरह से जीएसटी से आर्थिक एकीकरण का कार्य हो रहा है. श्रीगंगानगर से ईटानगर तक, लेह से लक्षद्वीप तक ‘वन नेशन वन टैक्‍स’ की व्‍यवस्‍था लागू होने जा रही है.

6. जीएसटी से 500 प्रकार के टैक्‍सों से मुक्ति मिल गई. एक ऐसी व्‍यवस्‍था जो ईमानदारी को अवसर देती है. इस पूरी व्‍यवस्‍था में 20 लाख तक का कारोबार करने वाले व्‍यापाारियों को मुक्ति दे दी गई है.

7. मेरा आग्रह है कि कृपया आशंकाएं जाहिर न करें. जीएसटी से निर्यात बढ़ेगा. इंडिया के सभी राज्‍यों को विकास के समान अवसर मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है. रेलवे केंद्र और राज्‍य मिलकर चलाते हैं. जीएसटी ऐसी व्‍यवस्‍था है जिस पर केंद्र और राज्‍य के लोग मिलकर निश्चित दिशा में काम कर रहे हैं.

8. 2022 को भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं. न्‍यू इंडिया का सपना लेकर हम आगे चल पड़े हैं.
जीएसटी इसे पूरा करने में सहायक होगा.

9. जीएसटीए एक कर रिफॉर्म ही नहीं बल्कि आर्थिक सुधार के साथ सामाजिक सुधार का प्लेटफॉर्म है.

10. जीएसटी गुड्स एवं सर्विस टैक्स नहीं बल्कि गुड एवं सिंपल टैक्स है. इसने कर व्‍यवस्‍था को सरल बनाने का काम किया है.

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