बदरीनाथ। मौसम के अचानक करवट लेते ही बदरीनाथ धाम और आस-पास की चोटियों में जमकर बर्फ़बारी हुई है। अभी भी धाम में बर्फ़बारी हो रही है। बर्फ़बारी के चलते धाम में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। कल बदरीनाथ भगवान के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएँगे।
आज सुबह से बदरीनाथ मंदिर और आस-पास की पहाड़ियों में मौसम का पहला हिमपात हुआ। मंदिर परिसर में करीब आधा फीट बर्फ जमा हो गई है। चोटियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। वहीं, भू-बैकुंठ धाम बदरीनाथ के कपाट बंद होने की प्रक्रिया की पंच पूजाओं के तीसरे सीन खड़क पुस्तक, वेद पुस्तक व ताम्र पत्रों का वाचन बंद हो गया है। अब दो दिनों तक गोपी गीत, पुरुषोत्तम योग पाठ और स्तुतियों का ही गायन होगा।
भगवान बदरीविशाल के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने से पूर्व की पंरपराओं के अनुसार मार्गशीर्ष माह मे पंच पूजाओ का विधान है। जिसके तहत प्रथम दिवस गणपति पूजन व गणेश मंदिर के कपाट बंद हुए दूसरे दिवस आदिकेदारेश्वर भगवान के कपाट बंद हुए और तीसरे दिन शुक्रवार को खंडक पुस्तक-वेद पुस्तको का वाचन बंद हुआ। आज मंदिर परिक्रमा परिसर मे माता लक्ष्मी के मंदिर मे विशेष पूजा अर्चना व भोग के बाद माता लक्ष्मी का आवहान होगा। इधर, कपाट बंद होने की तिथि नजदीक आते ही व्यापारियों ने भी अपने सामान को समेटना शुरू कर दिया है।