उत्तराखंड

आपदा के छः साल बाद भी नहीं बदली गौरीकुण्ड की तस्वीर: गोस्वामी

सीएम से मिला व्यापार संघ गौरीकुण्ड का एक शिष्टमंडल

आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर निराकरण की मांग

कहा, यात्रा पड़ावों में फैली है गंदगी, मंदाकिनी में फैंके जा रहे मृत घोड़े-खच्चर

सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड मार्ग के चैड़ीकरण की मांग, तीर्थयात्रियों के लिए लगाये जांय रेन शेल्टर

रुद्रप्रयाग। व्यापार संघ गौरीकुण्ड का एक शिष्टमण्डल मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मिला और यात्रा पड़ावों में फैली समस्याओं से अवगत कराया। पदाधिकारियों ने कहा कि आपदा के छः साल बाद भी केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुण्ड की तस्वीर नहीं बदली है। यात्रा पड़ावों में कई समस्याएं फैली हैं, जिनका समाधान नहीं किया जा रहा है।

गौरीकुण्ड व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी के नेतृत्व में पदाधिकारियों का एक शिष्टमण्डल मुख्यमंत्री से मिला। सीएम से मुलाकात करते हुए व्यापार संघ पदाधिकारियों ने आठ सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने कहा कि केदारनाथ यात्रा पड़ाव गौरीकुण्ड में आपदा के छः साल बाद भी कोई विकास कार्य नहीं किये गये हैं। तप्तकुण्ड के अभाव में तीर्थयात्री परेशान हैं तो गंदगी को मंदाकिनी नदी में प्रवाहित किया जा रहा है। केदारनाथ आपदा में सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड तक सड़क मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गया था, जिसके बाद सड़क का निर्माण तो किया गया, मगर सड़क मार्ग संकरा होने से श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड छः किमी मोटरमार्ग का चैड़ीकरण होना जरूरी है।

इससे तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी और यात्रा के दौरान हर समय आवागमन लगा रहेगा। कहा कि गौरीकुण्ड में पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं है। आपदा से पहले यहां पर पार्किंग की व्यवस्था थी, जो अब नहीं है, जिस कारण यात्रियों को दिक्कतें उठानी पड़ती हैं। उन्हें सोनप्रयाग से वाहन बुक करके आना पड़ता है या फिर महंगे किराये पर गौरीकुण्ड पहुंचना पड़ता है। पार्किंग की सुविधा न होने से भारी वाहन भी गौरीकुण्ड नहीं पहुंच रहे हैं। व्यापारियों को सामान मंगवाने में दिक्कतें हो रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि यहां पर पार्किंग का निर्माण किया जाय। व्यापार संघ गौरीकुण्ड अरविंद गोस्वामी ने कहा कि हर साल यात्रा में इजाफा हो रहा है।

यात्रियों की संख्या बढ़ रही है तो घोड़ा-खच्चर संचालक भी भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि यहां पर घोड़ा पड़ाव का निर्माण किया जाय। यात्रा सीजन के दौरान हर समय गौरीकुण्ड में बरसात का आना लगा रहता है और तीर्थयात्री बाहर बारिश में भीगते रहते हैं, जिस कारण उन्हें कई कठियानाईयों का सामना भी करना पड़ता है। यहां पर रेन शेल्टर का निर्माण किया जाय। श्री गोस्वामी ने कहा कि गौरी माता मंदिर का सौन्दर्यीकरण किया जाना जरूरी है। देश-विदेश से लाखों की संख्या में तीर्थयात्री केदारनाथ पहुंच रहे हैं और श्रद्धालु गौरीकुण्ड से होकर ही आगे की यात्रा करते हैं।

ऐसे में जरूरी है कि गौरी माता मंदिर का सौन्दर्यीकरण किया जाय। कहा कि केदार यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुण्ड में यात्रा के समय गंदगी का अम्बार लगा रहता है। सफाई का जिम्मा सुलभ इण्टरनेशनल को सौंपा गया है, जो अपनी जिम्मेदारी का निर्हवन नहीं कर रहा है। यात्रा पड़ावों पर चारों ओर गंदगी फैली रहती हैं। घोड़े-खच्चरों के मृत होने पर उन्हें मंदाकिनी नदी में प्रवाहित किया जाता है, जबकि कूड़े के ढेर में भी खच्चरों के मृत शरीर को फैंका जा रहा है। कई वर्षों से सुलभ यात्रा पड़ावों पर सफाई का कार्य कर रहा है, लेकिन हर साल संस्था के कार्य से तीर्थयात्रियों में आक्रोश देखा जाता है। श्री गोस्वामी ने मुख्यमंत्री से कहा कि अगले यात्रा सीजन में सुलभ इंटरनेशनल से सफाई का जिम्मा हटाकर अन्य किसी संस्था को दिया जाय।

यदि ऐसा नहीं किया गया तो व्यापार संघ सरकार और प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर हो जायेगा। व्यापार संघ की मांगों पर गौर करते हुए सीएम रावत ने यथाशीघ्र उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया है। शिष्टमण्डल में व्यापार संघ कोषाध्यक्ष विजय पंत, उपाध्यक्ष सुशील गोस्वामी, अजय पुरोहित सहित कई मौजूद थे।

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