उत्तराखंड

जड़ी बूटी की खेती से आर्थिकी करें मजबूत: नेगी

जड़ी बूटी की खेती से आर्थिकी करें मजबूत….

ग्राम सभा बजीरा में एक दिवसीय जड़ी-बूटी प्रशिक्षण कार्यक्रम…

रुद्रप्रयाग। भेषज विकास इकाई के सहयोग से जिला भेषज एवं सहकारी विकास संघ ने विकासखण्ड जखोली के ग्राम पंचायत बजीरा में एक दिवसीय जड़ी बूटी प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सेना के जवानों की पुण्य आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

ग्राम प्रधान बजीरा श्रीमती संगीता देवी राणा की अध्यक्षता में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शहीद राय सिंह बंगारी इंटर काॅलेज तुनेटा के प्रधानाचार्य गोविंद सिंह नेगी कहा कि जड़ी-बूटी के क्षेत्र में जिले के काश्तकार बेहतर कार्य कर रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी अर्जित हो रही है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष किसानों ने चार लाख की बड़ी इलायंची के पौध की बिक्री की है। ग्रामीण लोगों में जड़ी-बूटी की खेती को लेकर उत्सुकता नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए मेहनत की जरूरत होती है। मेहनत की बदौलत ही मुकाम भी हासिल होता है। जड़ी-बूटी की खेती में मेहनत कम और आमदनी ज्यादा है। ऐसे में किसानों को इस ओर ज्यादा से ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य वाचस्पति सेमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं उद्यान मंत्री के कुशल नीतियों के अनुरूप भेषज, उद्यान, कृषि, सहकारिता, मत्स्य सहित अन्य विभाग किसानों की सेवा में निरंतर प्रयासरत हैं। जनपद में जड़ी-बूटी के क्षेत्र में बड़ी इलायंची, तेजपात तथा हरड़-बहेड़ा, आंवला के रूप में अच्छा कार्य किया जा सकता है, जिसके लिए भेषज विकास इकाई एवं जिला भेषज सहकारी संघ की ओर से किसानों को हरसंभव मदद कर उन्हें प्रशिक्षित करने और वर्षाकाल में उन्हें बीज, पौधे उपलब्ध कराये जा रहे हैं। भेषज विकास इकाई के समन्वयक संजीव कुमार ने कहा कि विभाग की ओर से जडी-बूटी के उत्पादकों को निःशुल्क पौधे वितरित की जाती है। भेषज विकास इकाई ने इस वर्ष जिले में बीस हजार बड़ी इलायची के पौधे वितरित किये हैं। किसानों की आवश्यकता के अनुसार तेजपात की पौधों का वितरण का लक्ष्य भी रखा गया है।

इसके लिए किसानों की सूची तैयार की जा रही है और वर्षा काल में उन्हें निःशुल्क पौध वितरण कर दी जायेंगी। संघ के अध्यक्ष कपूर सिंह रावत ने प्रशिक्षण शिविर में आये सभी किसानों एवं अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को उनके द्वारा उत्पादित फसलों का पूरा मूल्य प्राप्त हो, इसके लिए सरकार पूरी व्यवस्था सुनिश्चित कर रही है। सरकार का लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों को उनकी उपज का दुगना मूल्य प्राप्त हो। प्रगतिशील किसान महावीर सिंह राणा ने कहा की जड़ी बूटी के क्षेत्र में और अधिक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का संचालन संघ के प्रभारी जय प्रकाश सेमवाल ने किया।

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