कलस्टर से खेती करने पर महिलाओं की आर्थिक स्थिति में होगा सुधार,महिलाएं पशुपालन के साथ ही करें सामूहिक खेती,सौड़ी गिंवाला में सहकारिता भवन एवं आउटलेटस का उदघाटन
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने स्वयं सहायता समूहों को कलस्टर में खेती करने की सलाह दी। कहा कि इस प्रकार की खेती पहाड़ों के लिए बेहतर साबित होगी तथा महिलाओं की आर्थिकी सुधारने में अहम भूमिका निभायेगी। उन्होंने हिमोत्थान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा आपदा के बाद से महिलाओं की आर्थिकी सुधारने में किए गये कार्यों की सराहना की तथा उन्हें इसमें और भी महिलाओं को जोड़ने का आह्वान किया।
सौड़ी गिंवाला में हिमोत्थान एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना द्वारा गठित एवं टाटा ट्रस्ट द्वारा वित्त पोषित संजीवनी स्वायत सहकारिता के सहकारिता भवन एवं आउटलेट्स के उद्घाटन अवसर पर सहकारिता की तृतीय आम बैठक में महिलाओं को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी मंगेश घिल्उियाल ने सहकारिता से जुड़ी महिलाओं को पशु पालन के साथ ही सामूहिक खेती के लिए प्रेरित किया। कहा कि सामूहिक खेती में फसल की जंगली जानवरों से सुरक्षा आसान हो जाती है और ज्यादा लाभ प्राप्त होता है। हिमोत्थान सोसाइटी की सुमित्रा चैहान एवं दिवाकर जोशी ने सोसाइटी द्वारा जनपद में किए जा रहे पशुपालन, कृषि एवं सेवा क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। कहा कि वर्ष 2015 से जनपद में कार्य कर रही सोसाइटी से आज 800 से अधिक महिलायें जुड़ी हुई हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान सुषमा बत्र्वाल ने तथा संचालन रघुवीर सिंह नेगी ने किया। इस अवसर पर लक्ष्मी प्रसाद सती, त्रिलोक सजवाण सौड़ी गिंवाला के ग्रामीणों के साथ ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी दो सौ से अधिक महिलायें मौजूद थीं।
इससे पूर्व उन्होंने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गिंवाला का निरीक्षण करते हुए कक्षा आठ के छात्रों को गणित से सम्बन्धित सवाल पूछे। जबाबों से सन्तुष्ट जिलाधिकारी ने शिक्षकों को छात्रों के प्रति और मेहनत करने के लिए कहा। साथ ही छात्रों को मिष्ठान के लिए धनराशि भी दी।