बाल बाल बचे मंत्री धन सिंह व रुद्रप्रयाग के दोनों विधायक
पत्थरो से टूटा गाड़ी का बोनट..
घटना आज दोपहर की बताई जा रही है जब उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह राजकीय महाविद्यालय गुप्तकाशी में प्रशासनिक भवन का शिलान्यास करने के बाद अपनी सरकारी वाहन में अगस्त्यमुनि लौट रहे थे जहां उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह ने राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में नवनिर्मित छात्रावास का लोकार्पण करना था
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग से बड़ी खबर आ रही है, जिले में दौरे पर पहुचे उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह ओर रुद्रप्रयाग में के दोनों विधायक भरत चौधरी व विधायक मनोज रावत बाल बाल बचे हैं, केदारनाथ मार्ग पहाड़ी से पत्थर गिरने से मंत्री धन सिंह का वाहन का बोनट भी टूट गया है, हालाकिं मंत्री धन सिंह व दोनो विधायक सुरक्षित है ओर हादसे में कोई बड़ा नुकसान नही हुआ, लेकिन रुद्रप्रयाग में ऑल वेदर रोड के निर्माण के सड़कों पर सुरक्षा मानकों को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। पूरी घटना के बाद प्रशासन के हाथ पैर फूले हुए हैं।
घटना आज दोपहर की बताई जा रही है जब उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह राजकीय महाविद्यालय गुप्तकाशी में प्रशासनिक भवन का शिलान्यास करने के बाद अपनी सरकारी वाहन में अगस्त्यमुनि लौट रहे थे जहां उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह ने राजकीय महाविद्यालय अगस्त्यमुनि में नवनिर्मित छात्रावास का लोकार्पण करना था, इस दौरान वाहन में उनके साथ रुद्रप्रयाग विधायक भरत चैधरी व केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक जैसे हो मंत्री धन सिंह की गाड़ियों का काफिला बांसवाड़ा के पास से गुजर रहा था, पहाड़ी से पत्थरो की बरसात होने लगी। जिससे मौके पर अफरा तफरी का माहौल बन गया।
कुछ पत्थर मंत्री धन सिंह के सरकारी वाहन के बोनट पर भी लगे, जिससे उनके वाहन का बोनट भी क्षतिग्रस्त हो गया। पूरे मामले में विधायक मनोज रावत का कहना है कि जब वो गुप्तकाशी महाविद्यालय से अगस्त्यमुनि महाविद्यालय के कार्यक्रम के लिए आ रहे थे तो मंत्री धन सिंह ने दोनों विधायकों को भी अपने साथ ही अपने वाहन में बैठ साथ चलने को कहा। बांसवाड़ा के पास पहाड़ी से बड़े बड़े पत्थर गिरने लगे, जिसमे मंत्री जी का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया।
सवालों के घेरे में एनएच के अधिकारी
आज मंत्री धन सिंह के वाहन पर पत्थर गिरे तो मामला उछल रहा है लेकिन ये बांसवाड़ा के पास आयदिन की घटना है, एनएच के अधिकारियों को भी पता है कि लोगों की सुरक्षा से कैसे खिलवाड़ हो रहा है, लेकिन अधिकारी मलाईदार कामों तक ही सीमित रहते हैं जनता के सरोकरों से कोई वास्ता नही रखते, नही तो सबसे पहले जहां खतरा है उस साईट पर रात दिन काम किया जाता लेकिन अधिकारियों में इससे ज्यादा उत्सुक्ता कहीं और नजर आती है।
लेकिन अब मंत्री जी के साथ हुए इस हादसे के बाद शायद अधिकारियों की आंख खुलेगी, देखना होगा कि क्या इस मामले के बाद अधिकारियो पर जिला प्रशासन कुछ कड़ा रूख अपना कार्यवाही करता है या यूं ही लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ जारी रहता है। खैर घटना के बाद जैसे तैसे उसी वाहन से मंत्री जी व दोनो विधायक अगस्त्यमुनि कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।