उत्तराखंड

मानसून को लेकर जिलाधिकारी वंदना चौहान ने ली अधिकारियों की बैठक

तय समय पर प्राकलन तैयार करें अधिकारी: वंदना

UK NEWS NETWORK रुद्रप्रयाग डेस्क 

रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी वंदना चैहान ने समस्त विभागीय अधिकारी को परिसम्पत्तियों की क्षति होने पर एक सप्ताह के भीतर प्राकलन तैयार कर जिला आपदा कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में प्राकलन न प्रेषित करने पर संबधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही आम जनमानस को राहत सहायता के अनावश्यक चक्कर न काटना पड़े, इसलिए ससमय लोगों को राहत सहायता मिल जानी चाहिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून से पूर्व जो तैयारियां की जानी है। समस्त निर्माणदायीं विभाग एक सप्ताह में अपनी कार्य योजना तैयार कर जिला आपदा कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, ताकि मानसून के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो। उन्होंने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि तहसील स्तर पर उपलब्ध आसका लाइट, पैलीगन लाइट, सर्च एवं हेड लाइट सहित आपदा के जरूरी उपकरण, संसाधन का परीक्षण कर लिया जाय ताकि खराब होने की स्थिति में लाइट एवं उपकरणों की रिपेयरिंग मानसून सीजन से पूर्व की जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये है कि वर्तमान समय में कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए पंचायत भवन एवं विद्यालयों में क्वारंटीन सेंटर बनायें गयें हैं, इसलिए यह जरूरी हैं कि समस्त उपजिलाधिकारी आपदा के समय के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में अन्य शेल्टर होम चिन्हित कर व्यवस्था कर ले, ताकि किसी प्रकार की घटना घटित होने पर संबंधित क्षेत्र के लोंगो को उस स्थान पर सुरक्षित ठहराया जा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि आलवेदर सड़क निर्माण के कारण नए भूस्खलन जोन बनने की प्रबल संभावना है। इसके लिए नए भूस्खलन जोन को एनएच को चिन्हित करने के निर्देश दिए। साथ ही पूर्व से चिन्हित डेंजर जोन व भूस्खलन जोन पर दोनों छोर पर जेसीबी मशीन व पर्याप्त संसाधन तैनात करने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित क्षेत्र के जेई, एई का मोबाईल नम्बर तथा जेसीबी वाहन चालक का नाम तथा मोबाईल नम्बर भी अपने पास उपलब्ध रखने के निर्देश दिए, ताकि सड़क मार्ग अवरूद्ध होने पर तत्काल संबंधित से सम्पर्क किया जा सके। बरसात के दौरान नालियां बन्द होने से मलबा सड़क में आ जाता हैं जिससे सड़क क्षतिग्रस्त एवं आवागमन के लिए बाधित हो जाती है। इसके लिए नालियों की परस्पर सफाई करवायी जाय। जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून सीजन में कतई भी पानी की सप्लाई बाधित न हो इसके लिए अभी से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जांय। विद्युत विभाग को भी बिजली की कनेक्टिविटी बनाये रखने के लिए पर्याप्त स्टाफ तैयार रखने को कहा। पशुपालन विभाग को मानसून सत्र में पशुओं के लिए चारा की उपलब्धता बनाये रखने व भेड़ बकरियों में लगने वाली बीमारियों के लिये आवश्यक दवाई आदि की भी उपलब्धता बनाए रखने के निर्देश दिए। जिला पूर्ति अधिकारी को दूरस्थ क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न अग्रिम उपलब्ध कराने एवं जनपद के पेट्रोल पम्पों में समुचित ईधन उपलब्धता बनाये रखने के निर्देश दियें। जनपद में संचार व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दूरसंचार विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दियें कि आपदा के कारण किसानों की कृषि भूमि एवं उनके फसलों का नुकसान होने पर तत्काल मौका मुआयना किया जाय, तथा संबंधित उपजिलाधिकारियों को इसकी जानकारी उपलब्ध कराते हुए क्षति का आंकलन प्रस्तुत करें ताकि किसानों को तत्काल मुआवजा उपलब्ध कराया जा सकें। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, विधायक केदारनाथ मनोज रावत, रुद्रप्रयाग भरत सिंह चैधरी, डीएफओ वैभव कुमार, सी डी ओ मनविंदर कौर, मुख्यचिकत्सा अधिकारी डॉ एस के झा, सी वी ओ डॉ रमेश सिंह नितवाल, वरिष्ठ कोषाधिकारी शशि सिंह, उपजिलाधिकारी सदर वृजेश तिवारी, ऊखीमठ वरुण अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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