अनुपस्थित संस्थाओं पर डीएम ने जताई नाराजगी
सीडीओ को स्पष्टीकरण मांगने के दिये निर्देश
गुलाबराय व अगस्त्यमुनि में हर रविवार को लगाया जायेगा हाट बाजार
रुद्रप्रयाग। जिला कार्यालय सभागार में आयोजित आजीविका संवर्द्धन की बैठक में अनुपस्थित गैर सरकारी संस्थाओं (एनजीओ) पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने स्पष्टीकरण लेने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद के गुलाबराय और अगस्त्यमुनि क्रीड़ा मैदान में स्थानीय समूह, किसानों द्वारा उत्पादित उत्पादों के विपणन के लिए 21 अक्टूबर को हाॅट बाजार लगवाने को कहा और कहा कि हर रविवार को हाॅट बाजार लगाया जाएगा। इसके साथ ही द्वितीय चरण में जनपद के तीनों विकासखण्ड में भी हाॅट बाजार लगाया जाएगा।
जनपद में आजीविका व एनजीओ द्वारा गांव में दिये जा रहे बीजों के सम्बन्ध में डीएम ने कहा कि बिना टेस्टिंग के गांव में कोई भी बीज नहीं दिया जाएगा, इससे उत्पादन सकारात्मक व किसानों को लाभ होगा। आगामी यात्रा सीजन से देश-विदेश से आ रहे पर्यटकों के लिए उत्तराखण्ड के पारम्परिक व्यंजनों के उत्पाद फाॅस्ट फूड के रूप में उपलब्ध रहेंगे, जिसे श्रद्धालु मैक-डि के बर्गर, पिज्जा आदि की भांति लेकर टेक अवे कर सकेगा। फास्ट फूड में दो रोटन, दो अर्से, दो दाल के पकोडे़ के साथ चटनी रहेगी, जिसका लुत्फ श्रद्धालु एवं पर्यटक ले सकेंगें। बैठक में जिला पर्यटन अधिकारी को देवली-भणिग्राम को आपदा प्रभावित क्षेत्र के रूप में पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने, विभिन्न ट्रैकिंग साइटस की वीडियोग्राफी कराकर डाॅक्यूमेन्ट्री को आॅनलाइन अपलोड करने के निर्देश दिये, जिससे देश-विदेश से सैलानी आ सके।
जनपद में मशरूम उत्पादन को बढ़ाने व उसके सुनियोजित प्रकार से विपणन कार्य पर चर्चा की गई। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी की अध्यक्षता में इस क्षेत्र में कार्य कर रहे एनजीओ की एक समिति गठित करने के निर्देश दिए। समिति का कार्य मशरूम उत्पादन की मानिटरिंग करना होगा। मशरूम उत्पादन में आ रही समस्याओं के निस्तारण के लिए समिति कार्य करेगी व उत्पादकों को तकनीकी सहयोग भी प्रदान करेगी। इस अवसर पर डीएचओ योगेन्द्र सिंह ने बताया कि जनपद में वर्तमान में 24 किग्रा स्पाॅन आ चुका है, जिसमें से पांच किग्रा उत्पादक ले जा चुके है। स्पाॅन की कीमत 35 रूपये प्रति किग्रा है। मशरूम उत्पादन के संबंध में रिलायंस फाउण्डेशन से टीम लीडर प्रकाश सिंह ने पीपीटी के माध्यम से पूरी जानकारी देते हुए बताया कि मशरूम उत्पादन में टीम वर्क में ही सफल है। अकेले व्यक्ति इस कार्य में सफल नहीं हो सकता। जनपद में उद्यान, पशुपालन, कृषि, विकास विभाग के खाली पडे भवनों को भूसे के कलेक्षन सेन्टर के रूप में बनाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर ब्लाॅक प्रमुख अगस्त्यमुनि जगमोहन सिंह रौथाण, जिला पंचायत सदस्य महावीर सिंह, प्रधान प्रदीप मलासी, सीडीओ एनएस रावत, डिप्टी सीवीओ डाॅ अशोक कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम, डीईएसटीओ राजेश कुमार, बीडीओ अगस्त्यमुनि धनेश्वरी नेगी, एलडीएम एस.एस तोमर सहित अन्य अधिकारी, एनजीओ के प्रतिनिधि व मशरूम उत्पादक व किसान उपस्थित थे।