सुमित जोशी
रामनगर। संत जोसेफ स्कूल की बसों में बच्चों को ओवरलोड कर ले जाने पर बच्चों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। घंटों चले हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे प्रशासन ने परिजनों के आक्रोश को बमुश्किल शान्त कराया। एआरटीओ ने तीनों बसों के कागजों की जांच की जिसमें दो बस पुस्पक पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढेला के परमिट पायी गई और एक पहाड़ के रुट की होने पर उन्हें सीज करने की कार्यवाही करते हुए। दो बस चालकों के लाइसेंस जब्त किये।
स्कूल बस में तय सीमा से ज्यादा बच्चे लेजाने की शिकायत पर जब बच्चों के परिजन बुधवार सुबह स्टेट बैंक कोसी रोड के पास संत जोसेफ स्कूल द्वारा बनाये गये बस स्टापेज पर पहुंचे तो वहां बच्चों को लेने पहुंची बसों में बच्चों को ओवरलोड कर ले जाने और तीन बसों में से एक बस पहाड़ के रूट की होने पर परिजन आक्रोशित हो उठे । उन्होंने जमकर हंगामा काटा और बसों को स्कूल जाने से रोक लिया। प्रशासन को इसकी सूचना किये जाने के बाद उनके मौके पर न पहुंचने से बौखलाए परिजनों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एसडीएम ने आनन फानन में पुलिस को वहां भेजा। लेकिन प्रशासन के रवैये से नाराज लोगों ने प्रशासन और बस संचालक के बीच साठगांठ का आरोप लगाया।
मौके पर पहुंच एआरटीओ विमल पांडेय ने बस के कागजों की जांच में पाया कि दो बसें यूके 12 पीए 0094 और एचपी 19 बी 6008 पुस्पक पूर्व माध्यमिक विद्यालय, ढेला के परमिट पर स्वीकृत थी। साथ ही परमिट के आधार पर दोनों बसों में 43 सवारी की स्वीकृति होने के बावजूद एक में 73 और दूसरी में 70 बच्चे बैठे हुए थे। खामियां मिलने और बच्चों को लेजाने के लिए लायी गयी एक प्रायवेट बस संख्या यूके 04 पीए 1198 को उन्होंने सीज कर दिया। साथ ही बस चालक कुन्दन सिंह बिष्ट और सदानंद पोखरियाल का लाइसेंस जब्त कर लिया गया। एसडीएम परितोष वर्मा ने वहां पहुंच कर बच्चों के परिजनों को कार्यवाही का आश्वासन दिया। इस बीच बस संचालक से भी बच्चों के परिजनों की तीखी नोक झोक हुई। बच्चों ने अपनी दशा को देख स्कूल प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए।