उत्तराखंड

 सुबह-सुबह निरीक्षण पर पहुंचे धामी लापरवाही पर भड़के, आरटीओ को किया सस्पेंड..

 सुबह-सुबह निरीक्षण पर पहुंचे धामी लापरवाही पर भड़के, आरटीओ को किया सस्पेंड..

 

उत्तराखंड : सीएम पुष्कर सिंह धामी के बुधवार सुबह अचानक आरटीओ कार्यालय में पहुंचने से विभाग में हलचल मच गई। इस दौरान लापरवाही को लेकर सीएम ने आरटीओ को सस्पेंड कर दिया। मुख्यमंत्री की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में छापा मारा। छापे के दौरान संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) समेत बड़ी संख्या में कर्मचारी अनुपस्थित मिले। मुख्यमंत्री ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए मौके पर ही आरटीओ दिनेश चंद्र पठोई को निलंबित करने के निर्देश दिए, शाम को सचिव परिवहन ने उनके निलंबन आदेश जारी कर दिए। पठोई को परिवहन आयुक्त कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री के छापे की किसी को भनक तक नहीं लगी। बेहद गोपनीय अंदाज में मुख्यमंत्री कार्यालय खुलने के समय करीब 10 बजे राजपुर रोड स्थित आरटीओ कार्यालय पहुंच गए। उनके अचानक पहुंचने से वहां मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मुख्यमंत्री उन खिड़कियों पर पहुंचे जहां लोग कतारों में थे, लेकिन कर्मचारियों का कुछ अता-पता नहीं था। मुख्यमंत्री ने वहां खड़े लोगों से पूछताछ की।

इसके बाद उन्होंने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारिका प्रसाद से भी जानकारी ली। मौके पर पाया गया कि प्रबंधन व्यवस्थित नहीं था, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लोग अपने वाहनों से संबंधित कार्यों के लिए सुबह नौ बजे से मौजूद थे, लेकिन कार्यालय में कुछ कर्मचारियों को छोड़कर अधिकांश सुबह साढ़े 10 बजे तक नहीं पहुंचे थे।

कार्यालय के कर्मचारी-अधिकारियों की लापरवाही देखकर मुख्यमंत्री ने आरटीओ दिनेश चन्द्र पठोई को निलंबित करने के निर्देश दे दिए। इस दौरान सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी भी आरटीओ कार्यालय पहुंच गए। सीएम ने परिवहन सचिव से कहा कि जितने भी कर्मचारी उपस्थित नहीं थे, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सूत्रों के मुताबिक, सीएम ने मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु को फोन पर ही अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकने और कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।

सचिव परिवहन से ली रिपोर्ट..

आरटीओ कार्यालय में छापे की कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री धामी सचिवालय पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी, परिवहन आयुक्त रणवीर सिंह चौहान और सचिव मुख्यमंत्री आर मीनाक्षी सुंदरम को बुलाया और उनसे पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

जो भी नहीं आए हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। हम व्यवस्था बनाने आए हैं। हमने सभी को कहा है कि जिनका भी कार्यालय आने का समय तय है, वे उसी समय पर पहुंचे। आरटीओ कार्यालय बहुत महत्वपूर्ण है। हर दिन बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए यहां आते हैं। उनको समय पर कर्मचारी नहीं मिलते तो उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। मुझे लोगों ने बताया था। इसलिए मैंने तय किया था कि दफ्तर के समय पर मैं यहां आऊंगा। मैं ठीक 10 बजे में यहां पहुंच गया। सभी के लिए संदेश है कि वे अपने कार्यालय समय पर पहुंचे अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

 

 

 

 

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