देवहा नदी में बच्चे को जिंदा निगल गया मगरमच्छ..
परिजन बोले- पेट चीरकर निकालो मेरा लाल..
खटीमा में देवहा नदी किनारे भैंस चराने गए बच्चे को मगरमच्छ ने शिकार बना लिया। मगरमच्छ बच्चे को पानी में खींच ले गया और उसे निगल लिया।
उत्तराखंड: खटीमा में देवहा नदी किनारे भैंस चराने गए बच्चे को मगरमच्छ ने शिकार बना लिया। मगरमच्छ बच्चे को पानी में खींच ले गया और उसे निगल लिया। गोताखोरों ने मगरमच्छ को जाल में फंसाकर बाहर निकाला। देर शाम तक ग्रामीण बालक को मगरमच्छ के पेट से बाहर निकालने की मांग पर अड़े थे। हादसे के बाद ग्रामीणों के बीच में हड़कंप मच गया।
आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग की मदद से एक मगरमच्छ को पकड़ा। सबको यही लगा कि मगरमच्छ ने बच्चे को अपना निवाला बना लिया है। आनन-फानन में वन विभाग ने मगरमच्छ का सरकारी अस्पताल में एक्स-रे कराया, लेकिन एक्स-रे में मगरमच्छ का पेट खाली मिला। वहीं, वन विभाग की टीम मगरमच्छ को रुद्रपुर ले गई। वहीं दूसरी ओर बच्चे का कोई पता नहीं चल पाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पीड़ित परिजनों से वार्ता कर हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।
आपको बता दे कि खटीमा में यूपी बॉर्डर से लगे सुनपहर गांव में 13 वर्षीय वीर सिंह देवहा नदी से भैंस को पार करा रहा था। बताया जा रहा है कि ठीक उसी वक्त मगरमच्छ ने उसे पानी में खींच लिया। मासूम बच्चे को मगरमच्छ द्वारा निवाला बनाए जाने की सूचना पर मौके पर ग्रामीणों का हुजूम लग गया। सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
काफी ढूंढने के बाद भी बच्चे का कोई पता नहीं लगा। वहीं ग्रामीणों ने वन विभाग की मदद से नदी में दिख रहे मगरमच्छ को पकड़ा और मगरमच्छ को वन विभाग और पुलिस की टीम खटीमा सरकारी अस्पताल ले आई। मगरमच्छ द्वारा 13 वर्षीय वीर सिंह को खाने की आशंका के चलते वन विभाग और पुलिस की टीम ने उसका सरकारी अस्पताल में एक्स-रे कराया गया। मगर एक्स-रे में मगरमच्छ के पेट में कुछ न मिलने के बाद वन विभाग की टीम उसे इलाज के लिए रुद्रपुर ले गई। बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर कई मगरमच्छ हो सकते हैं। फिलहाल बच्चे की तलाश की जा रही है।